सोलन के अस्पताल के समीप ,प्रधान मंत्री जन औषधि केंद्र ,खुलवाया गया था। इस औषधि केंद्र का, मुख्य उद्देश्य ,रोगियों को जेनेरिक दवाइयां, उपलब्ध करवाना था। ताकि उन्हें सस्ती ,और अच्छी दवाइयां मिल सकें। साथ ही इसका मुख्य उदेश्य ,उन चिकित्स्कों पर अंकुश लगाना था , जो थोड़े से लाभ के लिए, रोगियों को किसी विशेष कम्पनी की दवा, ही खरीदने को बाध्य करते थे। यह जन औषधि केंद्र काफी ,अच्छा चल रहा था। गरीब लोगों को इस से ,काफी लाभ भी मिल रहा था। लेकिन अचानक से, जैनरिक दवाओं की सप्लाई ,ही बंद हो गई है। जिसकी वजह से ,गरीब रोगियों को सस्ती ,जेनरिक दवाएं नहीं मिल रही है। लोगों को अब ,बाज़ार से महंगी दवाई ,खरीदनी पड़ रही है।
अधिक जानकारी देते हुए ,प्रधान मंत्री जन औषधि केंद्र संचालक, रवि ठाकुर ने बताया कि ,उन्हें जेनरिक दवाओं की सप्लाई नहीं आ रही है। जिसके बारे में ,वह कई बार आग्रह कर चुके है। लेकिन ,तीन माह से स्थिति ,जस की तस बनी हुई है। रोगियों को जो दवा, बाज़ार से करीबन 70 प्रतिशत ,कम मूल्य पर मिल जाती थी ,वह दवाएं अब सप्लाई के अभाव से ,नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि, चिकित्स्क दवाएं तो लिख रहे है ,लेकिन रोगी उनके केंद्र पर आ क,र खाली हाथ जा रहा है। इस लिए वह, निवेदन करते हैं कि, जल्द से जल्द दवाओं की ,उपलब्धता करवाई जाए ,ताकि रोगियों को सस्ती दवाएं मिल सकें।