Meerut conversion Updates: मेरठ धर्मांतरण मामले में पुलिस के साथ खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया है। पैसे की फंडिंग और कौन इसमें सक्रिय होने वाले लोगों की तलाश शुरू हो गई है। वहीं, दिल्ली में रह रहे मुख्य आरोपी की धर पकड़ के लिए टीम दिल्ली पहुंच गई है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में धर्मांतरण का मामला कई सालों से चल रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण गत माह पहले थाना लालकुर्ती में बाउंड्री रोड टेलीफोन एक्सचेंज के सामने मैदान में भी देखने को मिला, तब भी सूचना पर पुलिस ने जांच की, लेकिन बाद में इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस तरह से कई स्थानों पर इस तरह के गैंग सक्रिय होकर काम करते हैं।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग ही होता है सॉफ्ट टारगेट
इंटेलिजेंट सूत्रों की मानें तो ये काम कोरोना काल से भी पहले से चल रहा है। ये धर्मांतरण गैंग उन स्थानों पर अपना फोकस रखते हैं, जहां पर आर्थिक तंगी और झाड़ फूंक में विश्वास रखते हों। वही ये पहले घरों में छोटी-छोटी सभा करते हैं। इसके बाद में इलाके में छोटी आमसभा कर लोगों को रुपये और खाद्य सामग्री देकर उन्हें धर्मांतरण के लिए तैयार करते हैं। ऐसे कई क्षेत्रों की पुलिस को जानकारी मिली है। जिनमें थाना टीपी नगर, थाना किठौर, थाना गंगा नगर, थाना ब्रह्मपुरी, थाना लालकुर्ती, थाना कंकरखेड़ा, थाना सरधना आदि स्थानों पर इस गैंग की कई टीमें सक्रिय हैं।
गैंग की अपनी होती है टीम
गैंग का मास्टरमाइंड दिल्ली निवासी महेश पास्टर का नाम सामने आया है। महेश ही अपने नीचे लोगों की चेन बनाकर इस काम में अलग-अलग क्षेत्रों में धर्मांतरण के लिए लोगों को लगा देता है, जो ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर मुफ्त में ईसाई धर्म की पुस्तक देना और खाने-पीने की वस्तु से अलग रुपयों से भी गरीब परिवारों की मदद कर उन्हे तैयार किया जाता है। ऐसी कई टीमें मेरठ में सक्रिय हैं, जो अब खुफिया विभाग के टारगेट पर हैं।
फंडिंग करने वालों की तलाश में जुटा प्रशासन
मेरठ का इंटेलिजेंस विभाग सहित पुलिस भी अब धर्मांतरण के नाम पर कौन फंडिंग कर रहा है, कहां से इतना रुपया और किस हवाले से आ रहा है, इसकी भी जांच में जुट गई है।
पुलिस 11 लोगों पर दर्ज कर चुकी है मुकदमा
मेरठ पुलिस ने अब तक स्थानीय लोग सहित 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर चुकी है। जिनमें तीन महिलाओं सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जानकारों की मानें तो इसमें और नाम बढ़ सकते हैं।
पुलिस ने कई महत्पूर्ण दस्तावेज और एक सभा की वीडियो क्लिप भी की जब्त
स्थानीय लोगों से जब खुफिया विभाग और पुलिस की टीम जानकारी कर रही थी, तब कुछ लोगों ने एक रजिस्टर के कुछ पन्ने और सभा की वीडियो क्लिप भी पुलिस को दिए हैं। रजिस्टर के पन्नों में काफी नाम लिखे मिले हैं, जो महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। इसमें किसको कितना रुपया दिया गया है, इसका लेखा-जोखा भी है।