Meerut: देश की प्रथम रैपिड रेल की पहली सुरंग मेरठ में बनकर तैयार, गहराई 15 मीटर

देश की प्रथम रैपिड रेल की पहली सुरंग बनकर तैयार हो गई है। गांधी बाग से बेगमपुल स्टेशन तक 760 मीटर सुरंग बनकर तैयार है। वहीं रैपिड रेल अधिकारियों का कहना है कि मेरठ में तय समय से पहले मेट्रो और रैपिड चला देंगे। जर्मनी की कम्पनी डोशवान रैपिड रेल का संचालन करेगी।

रैपिड रेल

मेरठ से दिल्ली का सफर सुहाना होने का इंतजार खत्म होने जा रहा है। 82 किमी रैपिड रेल कॉरिडोर की पहली सुरंग मेरठ के गांधी बाग से बेगमपुल स्टेशन तक 760 मीटर की तैयार हो गई है। इसके अलावा अन्य सुरंग पर कार्य चल रहा है। यहां 15 मीटर गहराई में सुरंग बनाई गई है।

शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ने बेगमपुल स्टेशन पर कार्यक्रम आयोजित किया। धनतेरस का दिन मेरठ ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बड़ा दिन है। मई-2022 से गांधी बाग से सुरंग बनाने का कार्य शुरू किया गया था। वहीं, मार्च-2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। अगले महीने पहले चरण साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिड रेल का ट्रायल किया जाएगा। वहीं, मार्च-2023 में पहले चरण में रैपिड रेल का संचालन शुरू हो जाएगा।

इसके अलावा मेरठ में 2023 के अंत तक शताब्दीनगर तक रैपिड और मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा। वहीं, मोदीपुरम तक जून-2025 तक रैपिड रेल का संचालन शुरू हो जाएगा। इस मौके पर कमिश्नर सेल्वा कुमारी.जे, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एनसीआरटीसी एमडी विनय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

मेरठ में तय समय से पहले चला देंगे मेट्रो और रैपिड- विनय कुमार सिंह
एनसीआरटीसी एमडी विनय कुमार सिंह ने कहा कि हमारे लिए गौरव का दिन है। यहां तक पहुंचने के लिए बड़ी योजना की जरूरत होती है, जो इस मुकाम तक पहुंची है। हम पहले पड़ाव को पार कर गए हैं। मेरठ जैसे पुराने शहर में बड़ा खतरा था, लेकिन हम खुश हैं कि कोरोना के बावजूद आप सभी ने मिलकर समय के अंदर कार्य पूरा किया।

जर्मनी की कंपनी डोशवान रैपिड रेल का संचालन करेगी

जर्मनी की कंपनी डोशवान रैपिड रेल का संचालन करेगी। सभी लोग अचंभित हैं कि कोरोना के कारण भी हम समय से प्रोजेक्ट पूरा कर रहे हैं। यह उस दिशा में प्रयास है कि हम समय से पहले ही रैपिड रेल चलाएंगे। जिससे दिल्ली जाने के लिए समय बच सके।

साहिबाबाद से दुहाई के बीच समय से पहले संचालन
एमडी ने कहा कि भारत सरकार ने हमे जून-2023 का समय दिया है। लेकिन हम मार्च-2023 में हम कॉरिडोर में ट्रेन चला देंगे। हम कॉरिडोर में ऑटोमेटिक सिग्नल की टेस्टिंग कर चुके हैं। अभी भी किसी देश मे यह सिस्टम नही है।