उपायुक्त सोलन केसी चमन की अध्यक्षता में आज यहां खाद्य सुरक्षा के लिए जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2006 के सुचारू क्रियान्वयन के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
केसी चमन ने कहा कि शुद्ध खाद्य पदार्थ सभी को मिलें, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। प्रदूषित खाद्य पदार्थों से सभी आयुवर्ग के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा खाद्य पदार्थों के वैज्ञानिक मानक निर्धारित किये गये हैं, जिनके अनुसार ही लोगों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति व्यवसायिक या गैर-व्यवसायिक खाद्य पदार्थों के तैयार करने का कार्य करने में शामिल है उसे पंजीकरण करवाना या लाईसेंस बनवाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत सभी खाद्य विक्रेता, मिड-डे मील वर्कर, शराब विक्रेता, आंगनबाड़ी केन्द्र लाईसेंस बनायें या पंजीकरण करवायें।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं प्रमाणन कार्यक्रम के तहत 15 फरवरी से मिड-डे मील वर्कर तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान होटल, रेस्तरां, मिठाई की दुकानों द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं के आधार पर हाईजीन रेटिंग जारी की जाएगी।
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एलडी ठाकुर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया व विभाग द्वारा खाद्य सुरक्षा तय बनाने को लेकर उठाए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा 11 फरवरी 2021 तक 02 करोड़ 76 लाख 40 हजार 725 रुपये की राशि लाईसेंस शुल्क तथा जुर्माना राशि के रूप एकत्र की गई। खाद्य पदार्थों के 102 सैम्पल एकत्र किए गए हैं। इनमें से 13 सैम्पल की रिपोर्ट निम्न स्तर की पाई गई। इस दौरान 225 निरीक्षण किए गए। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों के सम्बन्ध में 14 शिकायते प्राप्त हुई जिनमें से 13 का निराकरण कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान 565 पंजीकरण किए गए। 283 लाईसेंस जारी किए गए। उन्होंने कहा कि जिला के क्षेत्रीय अस्पताल सोलन, किमुघाट, कसौली तथा नौणी में उपभोक्ता जागरूकता शिविर आयोजित किए गए।
बैठक में पुलिस उप अधीक्षक सोलन योगेश दत्त जोशी, जिला उद्योग केन्द्र के महा प्रबन्धक राजीव कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा, जिला उद्योग केन्द्र के प्रबन्धक नितिन गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।