Firing in Mexico: ग्युरेरो की गवर्नर एवलिन सालगाडो पिनेडा ट्वीट कर मृतकों के लिए दुख जताया है। हमले के कुछ ही देर बाद Los Tequileros गिरोह के कथित सदस्यों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि ‘वे इलाके में लौट आए हैं।’
मेक्सिको सिटी : दक्षिण-पश्चिम मेक्सिको के सैन मिगुएल टोटोलापन शहर में हुई गोलीबारी में करीब 18 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में शहर के मेयर भी शामिल हैं। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस का कहना है कि बंदूकधारियों ने बुधवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजे सिटी हॉल पर हमला किया। सोशल मीडिया पर शेयर हो रहीं तस्वीरों में इमारत पर गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। मेयर कॉनराडो मेंडोज़ा अल्मेडा की पार्टी PRD ने उनकी ‘कायरतापूर्ण’ हत्या की निंदा की और न्याय की मांग की है। आपराधिक गिरोह Los Tequileros पर इस हमले का आरोप लग रहा है।
बीबीसी की एक खबर के अनुसार, इस हमले में कई पुलिस अधिकारी और काउंसिल भी मारे गए हैं। कुछ खबरों में दावा किया जा रहा है कि सिटी हॉल पर हमले से पहले मेंडोज़ा अल्मेडा के पिता, पूर्व मेयर जुआन मेंडोज़ा अकोस्टा, की भी उनके घर में हत्या कर दी गई। स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्युरेरो राज्य के अटॉर्नी जनरल ने बताया कि 18 लोग मारे गए हैं और तीन घायल हो गए हैं। हमले के बाद देश के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बंदूकधारियों की तलाश के लिए इलाके में सेना की इकाइयों को तैनात किया जा रहा है।
गिरोह का ऐलान- हम लौट आए हैं!
ग्युरेरो की गवर्नर एवलिन सालगाडो पिनेडा ट्वीट कर मृतकों के लिए दुख जताया है। हमले के कुछ ही देर बाद Los Tequileros गिरोह के कथित सदस्यों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि ‘वे इलाके में लौट आए हैं।’ साल 2015 से 2017 के बीच ग्युरेरो में इस गिरोह का आतंक था। इसे शहरों के मेयरों को निशाना बनाने के लिए जाना जाता था। लेकिन गिरोह के मुखिया रेबेल जैकोबो डी अल्मोन्टे की हत्या के बाद यह गैंग निष्क्रिय हो गई।
मेक्सिको में गोलीबारी की घटनाएं आम
डी अल्मोन्टे को El Tequilero के नाम से जाना जाता था क्योंकि वह टकीला पीता था। इससे पहले अगस्त में भी पश्चिमी मेक्सिको में हुई फायरिंग में आठ लोगों की मौत हो गई थी। प्रोसेक्यूटरों ने बताया कि उन्हें आठ लोगों के शव मिले, जिन पर गोलियों के निशान थे। ये शव मिचोआकन राज्य की तुजंतला बस्ती में पाए गए थे। मिचोआकन में नशीले पदार्थों के तस्करों के बीच कई वर्षों से खूनी संघर्ष जारी है।