मुंबई के लिए सूर्यकुमार यादव ने 49 गेंद में नाबाद 103 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। वह मैन ऑफ द मैच रहे। उन्होंने अपनी इस पारी को टी-20 में सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया।
मेरे करियर की बेस्ट पारी
अपने पहले आईपीएल शतक पर प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए सूर्यकुमार यादव ने कहा, ‘आप इसे मेरे टी-20 करियर की बेस्ट पारी कह सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने पहले बल्लेबाजी की और टीम मीटिंग में बनाई उस रणनीति पर अमल किया, जिसमें सोचा था कि हम उसी रनगति से स्कोर करेंगे, जैसे 200+ का स्कोर चेज कर रहे हैं।’
‘वो शॉट कैसे मारा?‘
यह पूछे जाने पर कि आपके इस शॉट पर खुद भगवान सचिन तेंदुलकर भी इम्प्रेस हो गए उसे आपने कैसे लगाया, इसके जवाब सूर्या मुस्कुराते हुए कहते हैं, ‘सातवें-आठवें ओवर के बाद ही मैदान पर जबरदस्त ओस गिर चुकी थी। एक तरफ की बाउंड्री 75-80 मीटर की थी इसलिए मैं थर्ड मैन के ऊपर स्कूप करने या स्क्वैयर लेग के ऊपर से फ्लिक करने के लिए तैयार था। मैं सीधे शॉट्स नहीं मारना चाहता था। इन शॉट्स के पीछे मेरी काफी प्रैक्टिस है, जिन्हें लगातार दोहराने के बाद मैं मैदान पर आता हूं इसलिए मैच के दौरान मेरे इरादे साफ होते हैं कि क्या करना है।
राशिद अकेले पड़ गए
गुजरात के लिए राशिद खान ने चार विकेट लेने के बाद 32 गेंद में 79 रन की नाबाद पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 10 छक्के लगाए। गुजरात के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘ऐसा लग रहा था कि हमारी टीम की तरफ से सिर्फ राशिद ही सही तरीके से खेल रहे थे। वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी में बेहद शानदार थे। हम खेल के किसी भी क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। हमारे पास स्पष्ट योजनाओं की कमी थी और जो योजना थी उस पर गेंदबाज खरे नहीं उतरे। हमने 25 रन ज्यादा लुटा दिए, लेकिन राशिद की वजह से हमने अपनी नेट रन दर पर बड़ा नुकसान नहीं होने दिया।’