WWE स्टार स्टोन कोल्ड बहुतों के फेवरेट रहे हैं. वो बड़ा कूल बंदा था. आते ही अपने ऊपर 4-6 केन बियर के उड़ेलता और सामने वाले से बात करते-करते अपने जबरदस्त फिनिशिंग मूव से उसे चारों खाने चित कर देता. एक बार स्टोन कोल्ड का मुकाबला एक अश्वेत रेसलर से था, लेकिन वो रेसलर जैसा दिख नहीं रहा था. एक तरफ जहां सभी रेसलर अधनंगे रिंग में आते थे वहीं ये नया रेसलर सूट बूट पहन कर आया था.
बेहद खूंखार बॉक्सर रहे टायसन
स्टोन कोल्ड के सामने खड़ा ये नया बंदा कोई रेसलर नहीं बल्कि माइक टायसन था. वही टाएसन जिसका नाम दुनिया के सबसे बड़े मुक्केबाजों में गिना जाता रहा है. कहते हैं बेहद खतरनाक था ये टायसन. कहा तो यहां तक जाता था कि इसने एक बार बॉक्सिंग रिंग में इसने अपने दांतों से सामने वाले खिलाड़ी का कान काट लिया और कोई सबूत ना मिले इस कारण उसके कान को निगल लिया था. हालांकि कान निगलने वाली बात महज एक अफवाह ही थी.
13 की उम्र में 38 बार हुए गिरफ्तार
30 जून 1966 को न्यूयार्क के ब्रूकलिन में जन्मे माइक टायसन अपने युवाकाल में आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते थे. बॉक्सिंग की दुनिया में बड़ा नाम कमाने वाले माइक टाएसन कभी जेब काटने, दुकानों में लूटपाट करने और मारपीट करने के मामलों में शामिल रहा करते थे. उन्होंने किस उम्र से ये गलत काम शुरू किये होंगे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह 13 साल की उम्र तक 38 बार गिरफ्तार किये जा चुके थे.
काट लिया था प्रतिद्वंदी का कान
वह अपनी आपराधिक गतिविधियां छोड़ कर रिंग में तो चले आए लेकिन इस खेल में आने के बाद भी उनका हिंसक रवैया कम नहीं हुआ. उनके इस हिंसक रवैये का सबसे बड़ा उदाहरण माना जाता है 28 जून 1997 को एमजीएम ग्रैंड गार्डन अरेना में हुआ इनका एक हैवीवेट चैंपियनशिप रीमैच. इस मैच में माइक टायसन ने अपने प्रतिद्वंदी इवांडर होलीफील्ड का कान काट लिया था. टायसन ने होलीफील्ड के दाएं कान को इतने ज़ोर से काटा था कि उसका एक टुकड़ा निकल गया, जो मुकाबले के बाद रिंग के फर्श पर पाया गया था.
मैच के तीसरे राउंड में जब टायसन ने होलीफिल्ड को पहली बार काटा तो रैफरी ने मैच रोक दिया, लेकिन मैच दोबारा शुरू होने के बाद टायसन ने दोबारा होलीफिल्ड काट लिया. इस मैच के बाद रैफरी ने टायसन को अयोग्य घोषित कर होलीफील्ड को विजेता घोषित कर दिया था. इस घटना के लिए उन पर 3 मिलियन डॉलर का जुर्माना और एक साल के लिए उनका बॉक्सिंग लाइसेंस रद्द कर दिया गया था.
टायसन ने बनाए कई रिकॉर्ड
माइक टायसन के नाम 20 साल की उम्र में सबसे कम उम्र में वर्ल्ड बॉक्सिंग काउंसिल जितने का रिकॉर्ड रहा है. इसके अलावा उन्होंने 20 साल 4 महीने की उम्र में वर्ल्ड बॉक्सिंग एसोसिएशन और 22 साल की उम्र में इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन हैवीवेट चैंपियन बनने का रिकॉर्ड है. वह यह तीनों चैंपियनशिप जीतने वाले पहले खिलाड़ी रहे. टायसन ने अपने पहले 19 पेशेवर मुकाबलों में नॉकआउट से जीत हासिल करी है. इसमें से 12 मुकाबले तो पहले ही राउंड में खत्म हो गए थे.
डैनी विलियम्स और केविन मैकब्राइड से लगातार दो नॉकआउट हार के बाद, 2005 में माइक टायसन प्रतिस्पर्धी मुक्केबाजी से रिटायर हो गए थे. अपने कई मुकाबलों के लिए 30 मिलियन डॉलर पाने और अपने करियर के दौरान 300 मिलियन डॉलर प्राप्त होने के बावजूद, टायसन ने 2003 में अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया था.
टायसन को कई बार जाना पड़ा जेल
अपने करियर के दौरान भी माइक टायसन पर कई आरोप साबित हुए और उन्हें जेल भी हुई. साल 1991 में माइक टायसन को मिस ब्लैक अमेरिका पेजेंट कंटेस्टेंट डेसैरी वॉशिंगटन के बलात्कार के लिए 10 साल की सजा हुई थी और 30 हजार डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया था. इंडियाना यूथ सेंटर में 3 साल 6 हफ्ते की सजा काटने के बाद कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया था. ऐसे ही एक बार 1998 में एक एक्सीडेंट के दौरान दो लोगों के साथ मारपीट करने के आरोप में माइक टायसन को 5 फरवरी 1999 को एक साल की सजा हुई थी.
शराब और ड्रग्स की लगी लत
माइक टायसन को शराब और ड्रग्स की बहुत बुरी लत लगी थी जिसे उन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था. ये लत उन पर इस तरह हावी हो चुकी थी कि उन्हें लगने लगा था अब वो नहीं बचेंगे. एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि “मैं अपना जीवन बदलना चाहता हूं. मैं अब एक बदली हुई जिंदगी जीना चाहता हूं. मैंने पिछले छह दिनों से न तो शराब पी है और न ही ड्रग्स ली है और मेरे लिए यह एक आश्चर्य है. जो लोग सोचते थे कि मैं एक अच्छा इंसान हूं, उन सभी लोगों से मैं झूठ बोल रहा था. यह मेरा छठा दिन है. मैं अब कभी भी ड्रग और शराब का सेवन नहीं करूंगा.”
बॉलीवुड में भी की एंट्री
माइक टायसन के जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री ‘टायसन’ मई 2008 को कान फिल्म फेस्टेवल में प्रदर्शित की गई थी. माइट टायसन हॉलीवुड फिल्म हैंगओवर और हैंगओवर पार्ट 2 में अभिनय कर चुके हैं. माइक टायसन को बचपन से ही कबूतरों से बहुत प्यार था. वह बचपन में कबूतरों की रेस कराया करते थे. उनके इसी प्यार के चलते साल 2010 में एनीमल प्लेनेट ने उनके साथ मिलकर टीवी सीरीज ‘टैकिंग ऑन टायसन’ की शुरूआत की थी. यह टीवी शो कबूतरों पर आधारित था. साल 2011 में माइक टायसन को इंटरनेशनल बॉक्सिंग हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था.
भले ही माइक टायसन का नाम कई तरह की अपराधिक गतिविधियों से जुड़ा रहा हो लेकिन फिर भी उनके चाहने वालों की संख्या में कभी कमी नहीं आई.