जिला सोलन में खेती के साथ-साथ लोग अपना घर चलाने के लिए दूध बेचने का कार्य भी करते हैं लेकिन इन दिनों किसानों को सही से दूध के दाम न मिलने के कारण किसान परेशान है। किसानों का कहना है कि एक तरफ जहां उन्हें अपनी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं वहीं इन दिनों दूध के भी सही से दाम नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों बाजारों में 1600 रुपए की फीड, 90 रुपये किलो तारा मीरा व 60 रुपए किलो गुड़ और चना ₹70 किलो मिल रहा है जो कि एक गाय के लिए बेहद जरूरी है लेकिन इस हिसाब से दूध के दाम उन्हें नहीं मिल पा रहे हैं।
जिला मुख्यालय सोलन के दूध उत्पादक रणवीर और मदन का कहना है कि वे काफी लंबे समय से दूध बेचने का कार्य कर रहे हैं लेकिन इन दिनों दूध के दाम ₹30 किलो ही मिल पा रहे हैं,उन्होंने बताया कि अधिकतर जिला के किसान खेती के साथ दूध बेचने का कार्य कर रहे हैं वहीं जिला मुख्यालय में मिल्क फेडरेशन भी है लेकिन वहां पर किसानों को 3 महीने बाद पैसे मिलते हैं वह भी ₹30 के हिसाब से।
उन्होंने कहा कि आज हालात इतने बुरे हो चुके हैं कि लोग इस काम को छोड़ रहे हैं आज गाय एक लाख से कम नहीं आती है उन्होंने कहा कि आज किसान समय निकाल रहा है लेकिन आने वाले चुनाव में इस बात का जवाब जरूर दिया जाएगा उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव होते हैं तो एमएलए एमपी गांव में आकर कहते हैं कि वे लोग भी किसान परिवार से आते हैं लेकिन कभी भी वे लोग किसान की आवाज को विधानसभा व लोकसभा में नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा कि दूध के दाम किसान को 50 से ₹60 किलो मिलना चाहिए,दूध उत्पादकों का कहना है कि जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है उस हिसाब से किसानों को भी उचित दाम मिलने चाहिए।