बद्दी में एक व्यक्ति को साईबर ठगों ने 1 लाख डॉलर के गिफ्ट का झांसा देकर लाखों रूपये ठग लिए। पुलिस को दिए ब्यान में कमल राज शर्मा पुत्र स्वर्गीय कांशी राम निवासी मकान नंबर 131 ओमैक्स पार्कबुड फेस-2 बद्दी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि फेसबुक पर इसकी दोस्ती मिस जॉन एसफर से हुई जो कि पोलैंड में रहती है जिसका अंतराष्ट्रीय मोबाई नंबर भी इसके पास है। नवंबर के पहले हफ्ते में मिस जॉन एसफर ने दोस्ती होने के नाते इसे कहा कि मैंने आपको गिफ्ट भेजा है। कुछ दिनों बाद इसे दिल्ली एयरपोर्ट से मिस्टर माया सूबा नाम से फोन आया और इसे कहा कि आपका पोलैंड से कोरियर आया है जिसकी क्लेयरेंस के लिए 40 हजार जमा करने होंगे और पार्सल घर के पते पर भेज दिया जाएगा। कुछ देर बाद दोबारा फोन आता है कि इस पार्सल की स्कैनिंग में सामने आया है कि इसमें 1 लाख डॉलर कैश है जो कि भारत में कानून के खिलाफ है। यह कैश रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड (आरबीएस) की भारत शाखा में जमा होगा और इंडियन करंसी में आपको पेमेंट होगी जो लगभग 74 लाख है।
फिर इसे आरबीएस बैंक से महिला का फोन आया कि 1 लाख डॉलर के कनवर्शन चार्जेज जो कि 75 हजार और 2.54 लाख बनते हैं जमा करवाओ जो ही 74 लाख इसके खाते में आएंगे। जिसके बाद इसने ऑनलाईन पैसे जमा कर दिए। आरबीएस बैंक से उसी महिला का फिर फोन आया कि 74 लाख का 12,82,700 टैक्स जमा करना होगा। जिस पर इसने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं है। जिसके बाद इसे दिल्ली एयरपोर्ट वाले माया सुबा का फिर फोन आया और कहा कि 7.5 लाख मैं हैल्प करता हूं और बाकी टैक्स की रकम तुम अदा कर दो। फिर इसने 17 नवंबर को 2,82,700 व 18 को 2.05 लाख जमा करवाए। अगले दिन इसे आरबीएस बैंक वाली महिला का फोन और मेल आती है कि इसको एंटी टैररिस्ट स्टिफिकेट लेना होगा जिसके लिए 1,99,200 रूपये जमा करने होंगे। 20 नवंबर को बैंक महिला के फोन आता है कि आपको कोरियर से एटीएम कार्ड भेजा है सारा पैसा इसमें जमा है। 22 नवंबर को इसे एटीएम और पिन मिला और फोन पर कहा कि 10 हजार निकाल कर देखो के ट्रांजेक्शन हो रहा है या नहीं। बैंक से फिर फोन आया कि एटीएम कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है इसको एक्टिव करने के लिए 11,80,000 जमा करने होंगे तक आपको फुल अमाऊंट मिलेगा। अब इसको बार बार फोन आ रहे हैं कि या पैसा जमा करवाओ या कार्ड वापिस भेजो। इससे कुल 10.98 लाख की ठगी कर ली गई।
डीएसपी बद्दी नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। नवदीप सिंह ने कहा कि लोग ऐसी बाते शुरूआत में न तो किसी अपने से शेयर करते हैं और न ही पुलिस को कोई जानकारी देते हैं। जिस वजह से लोग साईबर ठगों का शिकार हो जाते हैं।