टोल प्लाजा के हेड मनीष कुमार ने बताया कि वीआईपी पूर्व सूचना देते हैं तो लेन खाली रखा जाता है। जबकि मझवां विधायक का कोई मैसेज नहीं मिला। काफिला पहुंचने के बाद कर्मचारी गाड़ियों को पास करा रहे थे। इसके बाद भी मझवांविधायक और उनके सहयोगियों ने जबरदस्ती बूम हटाया और गाड़ियां पास कराई। लंका इंस्पेक्टर बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट की घटना नहीं हुई है।
मिर्जापुर के मझवां से विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद के समर्थकों और डाफी टोल प्लाजा कर्मियों के बीच रविवार सुबह टोल प्लाजा पर नोकझोंक हुई। आरोप है कि टोल का बूम बैरियर उठाने में हुई देरी पर भड़के विधायक समर्थकों ने बूम बैरियर हटाकर 120 गाड़ियों को पास कराया। डाफी टोल प्लाजा के सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने लंका थाने में विधायक समर्थकों के खिलाफ तहरीर दी। मौके पर पहुंचे लंका इंस्पेक्टर ने सीसी कैमरे खंगालते हुए छानबीन की। चंदौली के पीडीडीयूनगर निवासी डॉ. विनोद कुमार बिंद अपने काफिले से मिर्जापुर के मझवां विधानसभा क्षेत्र में जा रहे थे।
सुबह 11.40 बजे डाफी टोल प्लाजा के लेन नंबर दस पर पहुंचे तो काफिले के आगे ट्रक की लाइन थी। इससे विधायक का काफिला काफी देर तक पीछे रहा और टोल बूम बैरियर के पास पहुंचते ही देरी होने से भड़के विधायक समर्थकों ने बूम बैरियर को जबरन हटाया। डाफी टोल प्लाजा के सिक्योरिटी सुपरवाइजर दिनेश कुमार का आरोप है कि इस बीच फार्च्यूनर और स्कॉर्पियो से उतरे समर्थकों ने बूम बैरियर हटाते हुए टोल टैक्स पर खड़े होकर 120 गाड़ियों को बगैर टोल के पास कराया। इससे एनएचएआई को काफी नुकसान हुआ। फार्च्यूनर में आगे सीट पर खुद विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद बैठे थे।