यमुनानगर-दिल्ली हाईवे पर लापता हुआ 26 वर्षीय फौजी अजय रावत सुरक्षित मिल गया है। ये इत्तफाक था या नहीं, इस बारे तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन असल तौर पर जैसे ही मंगलवार देर दोपहर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने फौजी के लापता होने की खबर को प्रकाशित किया तो इसके करीब एक घंटे बाद फौजी का फोन ‘स्विच ऑन’ हो गया।
दीगर है कि फौजी की पत्नी तनुजा ने पांवटा साहिब पुलिस को पति की गुमशुदगी की शिकायत दी थी। इसके मुताबिक 7 मई को अजय घर से दिल्ली में अपनी यूनिट को रिपोर्ट करने के लिए निकला था। परिजनों ने फौजी की तलाश में एमबीएम न्यूज नेटवर्क से मदद का आग्रह भी किया था।
फोन ऑन होने के बाद तुरंत ही फौजी ने परिवार से भी संपर्क किया। फौजी की कहानी के मुताबिक करनाल के समीप हरियाणा रोडवेज के चालक ने लघुशंका के लिए बस को रोका था। इस दौरान वो भी नीचे उतरा था। इसी बीच बस चल पड़ी और वो वहीं रह गया। रास्ते में उसे किसी ने भी लिफ्ट नहीं दी, लिहाजा वो दिल्ली की तरफ पैदल ही निकल गया था।
छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौट रहा सेना का जवान लापता, यमुनानगर-दिल्ली बस में कर रहा था सफर
दिल्ली के प्रवेश द्वार कुंडली बैरियर पर कांगड़ा के एक ट्रक ड्राइवर ने उसे लिफ्ट दी। इसके बाद वो जैसे-तैसे किराए के कमरे में पहुंचा। बता दें कि एक ऐसी भी आशंका थी कि सफर के दौरान फौजी के साथ कोई अनहोनी न हो गई हो। हाईवे पर बेहोश कर लूटने वाले गिरोह भी सक्रिय रहते हैं।
भारतीय सेना के जवान अजय रावत ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क का आभार जताते हुए कहा कि वो सुरक्षित यूनिट में पहुंच गया है। उल्लेखनीय है, जवान मूलतः शिमला जनपद के कुपवी उपमंडल के मझौली का रहने वाला है।
पांवटा साहिब के डीएसपी मानविंदर ठाकुर ने कहा कि जवान मिल गया है। डीएसपी ने कहा कि फिलहाल ये साफ नहीं है कि लापता होने के दौरान कहां था, लेकिन ये बताया है कि सामान बस में रह गया था।