सोलन में कांग्रेस ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता नालगढ़ के विधायक लखविंद्र राणा ने की | लखविंद्र राणा ने स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को लकेर मुख्यमंत्री हिमाचल का इस्तीफा माँगा और उच्च स्तरीय जाँच की मांग की | उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और कहा कि बद्दी संवेदनशील क्षेत्र होते हुए भी यहाँ कोरोना से बचाव के उचित प्रबधं नहीं किए गए | कवारंटीन केंद्रों की हालत बेहद बुरी नज़र आई | इन केंद्रों में 60 लोगों पर दो शौचालयों का प्रबंध किया गया और लोगों के स्वास्थ्य को डाव पर लगाया गया | उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इन केन्द्रो का मुआयना किया गया जब वास्तविकता उजागर होने लगी तो प्रशासन ने उनकी आवाज़ दबाने के लिए उन्हें कवारंटीन कर दिया | उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने भी कमियों को उजागर करने का प्रयास किया उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए |
नालगढ़ के विधायक लखविंद्र राणा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश में एक बड़े घोटाले होने की बात सामने आई है जिसमे नैतिकता के आधार पर भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष राजीव बिंदल नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देते है लेकिन जो इस विभाग के मुखिया है उन्हें इस्तीफा देना चाहिए था | इस लिए वह मांग करते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री इस्तीफा दें | उन्होंने भाजपा के मंत्री राजीव सैजल के आरोपों का खंडन किया और कहा कि वह कोरोना संकट में बद्दी के मज़दूरों में डटे रहे और सरकारी पैसे से नहीं बल्कि अपनी गाढ़ी कमाई से मज़दूरों और ज़रूरतमंदों की सेवा की लेकिन भाजपा कार्यर्कताओं ने नालागढ़ में निजी कंपनियों और समाजिक संस्थाओं से आए सामान को वितरित किया | पूर्व विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी जेब से एक पैसा तक नहीं लगाया और वाहवाही लूटने का प्रयास किया ऊपर से उनके मंत्री उन पर अनबशनाब ब्यान बाजी कर रहे है जो दुर्भाग्यपूर्ण है |