हिमाचली चुनावों में अपनी अदभुत चुनावी प्रतिभा को लोहा मनवा चुके सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा को अब अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से चंडीगढ़ नगर निगम में चुनाव कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। पंजाब व चंडीगढ़ कांग्रेस के इंचार्ज हरीश चौधरी ने तत्काल प्रभाव से राजेेंद्र राणा को यह प्रभार संभालने की नोटिफिकेशन जारी की है। राजेंद्र राणा हिमाचल में हुए सोलन नगर निगम के बाद विधानसभा उपचुनावों में फतेहपुर के चुनाव प्रभारी रह चुके हैं। दोनों ही स्थानों पर विकट परिस्थितियों के बावजूद राणा की रणनीति के चलते कांग्रेस की जीत प्रचंड बहुमत से हुई है। चुनावी विधा में टास्क मास्टर साबित हो चुके राणा की इसी विशेषता के कारण अब उन्हें चंडीगढ़ नगर निगम के 35 वार्डों का चुनाव कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। बतौर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कॉर्डिनेटर अब राजेंद्र राणा नगर निगम चंडीगढ़ में कांग्रेस के लिए काम करेंगे। चंडीगढ़ में 15 फीसदी हिमाचली रहते हैं। जिनके हितों और हकों के लिए हर दम सक्रिय रहने वाले राजेंद्र राणा की चंडीगढ़ की जनता के साथ-साथ इस वर्ग पर गहरी पैठ है। इसी के मद्देनजर अब राणा को एआईसीसी ने यह प्रभार सौंपा है। चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव पंजाब व चंडीगढ़ में विशेष महत्व रखते हैं। पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले 24 दिसंबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस हर सूरत काबिज होना चाहती है। पिछले 2 टर्म से चंडीगढ़ नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है। अब देखना यह है कि हिमाचल के दो चुनावों में टास्क मास्टर साबित हुए राणा चंडीगढ़ नगर निगम पर कांग्रेस को कैसे काबिज करवाते हैं। चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों के नोमिनेशन के आखिरी रोज 4 दिसंबर को जारी हुई इस नोटिफिकेशन ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में राणा का सियासी कद और बढ़ाया है। जिसने अब राणा को एक बार फिर खुद को साबित करने के लिए नई चुनौती पेश की है।
कोई भी चुनाव किसी भी पार्टी नेता के लिए चुनौती रहता है। लेकिन जनता के विश्वास व भरोसे पर हमेशा खरे साबित होने वाले नेता हर चुनौती से पार पा लेते हैं। मुझे जो जिम्मेदारी दी है मैं उस पर 100 फीसदी खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करते हुए प्रयास करुंगा। मुझे विश्वास है कि जनता के विश्वास के कारण कांग्रेस चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों में जीतेगी।