वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में उत्तर भारत के सबसे बड़े मॉर्डन किचन की शुरुआत हो गई है. इस मॉर्डन किचन में महज कुछ मिनटों में ही हजारों लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा सकेगा. वाराणसी के अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज परिसर में इस हाईटेक किचन को बनाया गया है, जहां प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों बच्चों के लिए हर दिन मिड डे मील तैयार होगा. पीएम मोदी ने गुरुवार को इस हाईटेक किचन की सौगात अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को दी है.
3 एकड़ में 13 करोड़ की लागत से इस हाईटेक किचन को तैयार किया गया है. अक्षय पात्र फाउंडेशन ने इसे तैयार किया है, इसलिए इसका नाम अक्षय पात्र किचन रखा गया है. इस किचन में हजारों लोगों का खाना महज कुछ मिनटों में तैयार किया जा सकता है. इस किचन में आटा गूंथने से लेकर सब्जी धोने और गरमा गरम रोटियों को तैयार करनी वाली आधुनिक मशीनें हैं.
कुछ मिनट में तैयार होगा 1 लाख लोगों का भोजन
इस मॉर्डन किचन में 1 घण्टे में 40 हजार रोटियां तैयार हो सकती हैं. इसके अलावा 90 मिनट में 1 कुंतल से अधिक सब्जी को बनाने की क्षमता भी है. कुल मिलाकार ये किचन महज 360 मिनट में 1 लाख लोगों का भोजन तैयार कर सकता है.
3 साल में हुआ है तैयार
वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि अभी इस किचन में 27 हजार बच्चों के लिए भोजन तैयार किया जाएगा. जबकि इसे तैयार होने में 3 साल का वक्त लगा है. बता दें कि पूरे उत्तर भारत में ये मॉर्डन किचन पहला ऐसा किचन है जो 3 एकड़ में बना हुआ है और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है.