Modi in Gujarat: पीएम ने सुनाई दो आदिवासी भाइयों की कहानी, जिनके कारण नेत्रंग रैली में देर से पहुंचे मोदी

PM in Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को जन रैली थी। नेत्रंग में रैली को संबोधित करने से पहले पीएम दोनों भाइयों से मिलने पहुंचे। पीएम ने कहा कि उनके पास अपना घर, पंखा, कंप्यूटर, टीवी और तमाम सुविधाएं हैं। दोनों बच्चों से जब वह मिले तो बहुत खुशी हुई।

सूरत: गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टियों का प्रचार जोरों पर है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस, सभी दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार गुजरात दौरे पर हैं। रविवार को पीएम ने नेत्रंग में एक जनसभा को संबोधित किया। वह तय समय से कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देरी पहुंचने का जो कारण बताया और उसके बाद लोगों ने जमकर ताली बजाई और मोदी की खूब तारीफ भी की।

मोदी ने बताया कि उन्हें रैली को संबोधित करना था। वह तय समय से दो मिनट लेट हो गए क्योंकि उन्हें बहुत जरूरी काम था। यह जरूरी काम था दो भाइयों से मिलना। पीएम ने बताया कि वह आदिवासी भाइयों अवि और जय को मिलना चाहते थे। उन्होंने अवि और जय से मिलने के पीछे कारण भी बताया।

6 साल पहले माता-पिता का हुआ निधन
प्रधानमंत्री ने कहा कि अवि कक्षा 9 का छात्र है। वहीं जय 6वीं में पढ़ता है। अवि और जय के माता-पिता का निधन 6 साल पहले बीमारी से हो गया था। जब उनके ऊपर से माता-पिता का साया छिना, तब दोनों की उम्र 8 और 2 साल की थी। दोनों बिना माता-पिता के एक दूसरे का सहारा बने और जी रहे हैं। पीएम को दोनों भाइयों ने बहुत प्रभावित किया और वह उनसे मिलना चाहते थे।

एक वीडियो के जरिए चला बच्चों का पता
मोदी ने बताया कि उन्होंने अवि और जय की कहानी एक वीडियो के जरिए देखी। उसके बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि दोनों भाइयों से मिलना है। पीएम ने बताया कि उन्होंने गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल को बुलाया और दोनों भाइयों के बारे में पता करने और उसके बाद उसने मुलाकात करने की इच्छा जाहिर की। रविवार को पीएम जब गुजरात पहुंचे तब तक गुजरात बीजेपी ने दोनों भाइयों को ढूंढकर पीएम से उनकी मुलाकात का समय भी तय कर दिया।

आईएएस और इंजिनियर बनना चाहते हैं बच्चे
रविवार को जन रैली को संबोधित करने से पहले पीएम दोनों भाइयों से मिलने पहुंचे। पीएम ने कहा कि उनके पास अपना घर, पंखा, कंप्यूटर, टीवी और तमाम सुविधाएं हैं। दोनों बच्चों से जब वह मिले तो बहुत खुशी हुई। बाचचीत में एक ने बताया कि वह कलेक्टर बनना चाहता है, जबकि दूसरे ने बताया कि वह इंजिनियर बनना चाहता है।