मोहम्मद फैज नहीं बनना चाहते थे सिंगर, जब खराब गले में दिया था ‘सुपरस्टार सिंगर 2’ का ऑडिशन

‘सुपरस्टार सिंगर सीजन 2’ के विनर मोहम्मद फैज की उम्र 14 साल है। वह 9वीं के स्टूडेंट हैं। उन्होंने इस जीत का क्रेडिट किसे दिया है और आगे वह क्या करेंगे, जानिए।

 

alka yagnik superstar singer 2 winner Mohammad Faiz
‘सुपरस्टार सिंगर 2’ के विनर बने 14 साल के मोहम्मद फैज।

हाइलाइट्स

  • ‘सुपरस्टार सिंगर 2’ का खिताब जीता 14 साल के मोहम्मद फैज ने
  • ‘सुपरस्टार सिंगर 2’ के विनर को मिले 15 लाख रुपये और एक चमचमाती ट्रॉफी
  • ‘सुपरस्टार सिंगर 2’ के विनर मोहम्मद फैज का देखिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

सिंगिंग रियलिटी शो ‘सुपरस्टार सिंगर 2’ में कई नए और अनोखे टैलेंट देखने को मिले। छोट-छोटे बच्चों ने वाकई कमाल की परफॉर्मेंस दी और सबको अपने हुनर से हैरान कर दिया। 23 अप्रैल 2022 से शुरू हुए इस सीजन का ग्रैंड फिनाले 3 सितंबर को हुआ। करीब साढ़े चार महीने चले इस शो में सिर्फ 6 कंटेस्टेंट्स ही ट्रॉफी के नजदीक पहुंच पाए और उनमें से जोधपुर के मोहम्मद फैज उस पर अपना हक जमा पाए। इन्हें भारी-भरकम और चमचमाती ट्रॉफी के साथ 15 लाख रुपये विनिंग अमाउंट के तौर पर दिए गए। इसे पाकर वह कितने खुश हैं और फैमिली का क्या रिएक्शन रहा, सब उन्होंने ‘नवभारतटाइम्स’ से खास बातचीत में साझा किया।

सुपरस्टार सिंगर का आपका सफर कैसा रहा? और आपको जीत की कितनी उम्मीद थी?
मेरे लिए ये यादगार जर्नी थी। मुझे अच्छे दोस्त, गुरु, कैप्टन और जजेस मिले। इतना अच्छा म्यूजिकल माहौल था कि काफी प्रेरणा मिली। ऑडिशन राउंड के दिन से ही कभी मुझे ऐसा नहीं लगा कि हम किसी प्रतियोगिता में हैं। मुझे तो लगता था कि यहां फन और म्यूजिक ही है। इससे मुझे काफी पॉजिटिव एनर्जी मिलती थी। रही बात इस जीत की तो मैं पूरी तरह से श्योर तो नहीं था कि मैं ही जीतूंगा लेकिन मैं भगवान से मांग रहा था कि मैं विनर बनूं, क्योंकि यहां हर कोई इसी सपने को लेकर आता है। मैं ऊपर वाले से कहता था कि मुझे ट्रॉफी मिल जाए तो अच्छा होगा।

alka yagnik

जब विनर के तौर पर आपका नाम घोषित हुआ था तो आपका क्या रिएक्शन था?
जब मेरे नाम की अनाउंसमेंट हुई तो मेरे तो होश ही उड़ गए थे और मैं बिलकुल (हंसते हुए) सुन्न हो गया था। मैं कुछ बाेल ही नहीं पा रहा था, मेरे हाथ कांप रहे थे। तब भी मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं विजेता हूं। फिर जब मैं घर पर आ गया तब मुझे भरोसा हुआ और मैंने खुद से कहा ‘अरे वाह मैं तो विनर बन गया।’ मेरी मम्मी, बहनों और परिवार के बाकी लोगों को इस बात का भरोसा था कि मैं ही जीतूंगा। वो कहते थे कि जो भी होगा अच्छा ही होगा। तो परिवार से मुझे काफी पॉजिटिव चीज मिलीं। लेकिन फिनाले का जब शूट हुआ तब हम बस एंजॉय कर रहे थे, जीत-हार वाली उस वक्त कोई सोच ही नहीं थी। मेरा खुद से कॉम्पटीशन था, क्योंकि मैं पहले से अच्छा गाना चाहता था। आपको एक बात बताता हूं कि मैं हर शूट से पहले नूडल्स खाता था (हंसते हुए) लेकिन वो दो मिनट में नहीं बल्कि आधे घंटे में बनकर आते थे।

superstar singer 2 Winner Faiz

सुपरस्टार सिंगर 2 के विनर बनने पर बेहद खुश हैं मोहम्मद फैज।

आपका परिवार भी संगीत से जुड़ा हुआ है, तो सिंगर बनना ही आपका सपना था?
मेरे नाना जी उस्ताद शकूर खां साहब एक शास्त्रीय संगीत गायक हैं। मेरे दादा जी उस्ताद वशीर खां साहब वो हरमोनियम बजाते हैं। मेरे नाना जी उस्ताद आमिर खां साहब के शिष्य हैं और मैं उनका शिष्य हूं। मैं इंदौर घराने से हूं। मैं जब बहुत छोटा था, तब मेरा ऐसा कुछ फिक्स नहीं था कि मुझे सिंगर बनना है या कुछ और। मुझे आर्ट पसंद थी, मैं पेंटिंग्स, स्केच बहुत बनाता था। मैं ऐसी उल्टी-सीधी चीजें करता था कि मुझे देखकर कोई भी कह सकता था कि ये लड़का तो पागल है, लेकिन गायक बनने के बारे में पहले से कुछ सोचा नहीं था। हालांकि मेरे परिवार में सबका सपना था कि मैं गायक बनूं, कहीं ना कहीं मेरे नाना जी और दादा जी की वजह से मुझमें संगीत था ही। तो मैं एक दिन गा रहा था और नाना जी ने सुना, तो उनका कहना था तुम गा सकते हो। धीरे-धीरे मैंने गाना शुरू किया और गाता-गाता सिंगर बन गया।

Mohammad Faiz winner

फैज अभी 9वीं क्लास में हैं। वह गाने और पढ़ाई दोनों को बैलेंस करना चाहते हैं।

हमने सुना है कि ऑडिशन देने से पहले आपकी आवाज गड़बड़ हो गई थी? इसके पीछे क्या कहानी है?
सच कहूं तो ऑडिशन को लेकर एक प्यारी सी कहानी मेरे साथ हुई। हुआ यूं कि मैं तो जोधपुर राजस्थान से हूं और मुझे ऑडिशन देने के लिए मुंबई आना था। मैं 15 दिन पहले ही मुंबई पहुंच गया था, लेकिन क्लाइमेट चेंज की वजह से मेरा गला बैठ गया। मुझे काफी फिक्र होने लगी। मैंने मुलैठी, अदरक, हल्दी, शहद, नमक के गरारे, सारे घरेलू नुस्खे आजमा लिए था, लेकिन मेरा गला सही ही नहीं हो रहा था। फिर ऑडिशन का दिन आया, तो मैं बहुत परेशान था। उस दिन मेरा गला और भी बैठ गया था। तब मैं इतना हड़बड़ा गया था कि मैंने मम्मी, दीदी को कॉल करके बोला कि प्लीज आज मेरे लिए प्रार्थना करना, कोई चमत्कार हो जाए। स्टेज पर जाने से पहले मैं लगातार गा रहा था ये सोचकर की मेरा सुर सही लग जाए। लेकिन जब मैं स्टेज पर पहुंचा तो मेरा सुर भी लग गया और इतना प्यारा सुर लग रहा था कि मुझे यकीन ही नहीं हुआ ये मैंने गाया है। (हंसते हुए) मुझे लगा कि आवाज बैठने के कारण ये प्यारा सा अलग सा सुर बन गया।