मोहम्मद शमी की 349 दिन बाद टी20 टीम में वापसी, जानिए क्यों मिली प्लेइंग-XI में जगह?

नई दिल्ली. टी20 वर्ल्ड कप में जिस मुकाबले का सभी को इंतजार था, वो मेलबर्न में शुरू हो चुका है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पाकिस्तान के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पिछले साल यूएई में हुए टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के हाथों मिली हार का बदला लेने के इरादे से भारतीय टीम ने ऐसी प्लेइंग-XI चुनी, जिसमें अनुभव को तरजीह दी गई. इस मैच में हर्षल पटेल और युजवेंद्र चहल के स्थान पर प्लेइंग-XI में मोहम्मद शमी और ऑफ स्पिनर आर अश्विन को मौका दिया गया.

शमी की 349 दिन बाद भारतीय टी20 टीम में वापसी हुई है. उन्होंने पिछला टी20 8 नवंबर, 2021 को नामीबिया के खिलाफ पिछले टी20 विश्व कप में खेला था. इसके बाद से उन्होंने भारत के लिए टी20 मुकाबला नहीं खेला था. हालांकि, उन्हें टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम में स्टैंडबाय के रूप में चुना गया था. लेकिन, टूर्नामेंट से ऐन पहले जसप्रीत बुमराह चोटिल हो गए और मोहम्मद शमी भी कोरोना संक्रमित. इसी वजह से शमी ना तो ऑस्ट्रेलिया और न ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज खेल पाए. हालांकि, कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद उन्हें बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर चुना गया और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरी.

शमी ने वॉर्म-अप मैच में एक ओवर में 3 विकेट लिए थे
शमी ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद मेजबान देश के खिलाफ सिर्फ एक वॉर्म-अप मैच खेला. उसमें भी कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे सीधे 20वें ओवर में गेंदबाजी कराई. लेकिन, शमी ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए महज 4 गेंद में मैच का पासा पलट दिया और जिस मुकाबले में टीम इंडिया हारती नजर आ रही थी, वो भारत की झोली में डाल दिया. उन्होंने अपने इस ओवर में महज 4 गेंद में 3 विकेट झटके और भारत को 6 रन से यह मैच जिता दिया था. शमी ने इसमें से दो विकेट तो यॉर्कर पर लिए थे. शमी के प्रदर्शन को लेकर सवाल थे, क्योंकि उन्होंने पिछले 3 महीने से कोई भी मैच नहीं खेला था. लेकिन,दबाव के बावजूद उन्होंने जिस तरह इस मैच में गेंदबाजी की थी, उसी से यह साफ हो गया था कि वो पाकिस्तान के खिलाफ मैच में प्लेइंग-XI का हिस्सा जरूर बनेंगे और हुआ भी ऐसा ही.शमी को क्यों मिला मौका?
शमी को पाकिस्तान के खिलाफ मौका मिलने की बड़ी वजह, उनका अनुभव और रफ्तार है. शमी लगातार 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. उन्हें ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव भी है. वो यहां टी20, वनडे और टेस्ट तीनों फॉर्मेट में खेल चुके हैं. शमी ने ऑस्ट्रेलिया में 14 वनडे में 22 विकेट लिए हैं. 2015 में ऑस्ट्रेलिया में हुए वनडे विश्व कप में शमी भारत की तरफ से दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. तब उन्होंने 7 मैच में 17 विकेट लिए थे. इसके अलावा वो ऑस्ट्रेलिय़ा में 2018-19 में खेली गई टेस्ट सीरीज में भी टीम इंडिया की जीत के हीरो साबित हुए थे. उन्होंने तब जसप्रीत बुमराह (21 विकेट) के बाद सबसे अधिक 4 टेस्ट में 16 विकेट लिए थे. इन्हीं वजहों से शमी को पाकिस्तान के खिलाफ प्लेइंग-XI में जगह मिली.