बिहार के गया जिले की रहने वाली बबली कुमारी पुलिस में कांस्टेबल हैं और इन दिनों बेगूसराय में तैनात हैं. सात महीने की बच्ची की मां बबली ने घर और नौकरी की जिम्मेदारी के साथ-साथ पढ़ाई भी की और आज राज्य की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर डीएसपी बनने वाली हैं. पढ़िए एक महिला की शानदार सफलता की कहानी.
कहते हैं प्रतिभा कभी छिपाए नहीं छिपती. मन में कुछ करने की लगन हो तो मंजिल तक पहुंचने में कोई व्यवधान आड़े नहीं आ सकती. आज हम बता रहे हैं आपको एक ऐसी ही रियल लाइफ मर्दानी की कहानी. कहानी है बेगूसराय जिले की जहां पुलिसबल में कार्यरत बबली कुमारी ने कांस्टेबल से डीएसपी तक का सफर तय कर लिया है.
बबली जो एक बच्चे की मां है, ने अपनी ड्यूटी और पारिवारिक दायित्वों का पालन करने के साथ-साथ पढ़ाई भी करती रहीं. उसकी मेहनत रंग लाई और बबली ने बीपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर डीएसपी के लिए क्वालीफाई किया. बबली बताती हैं कि उनकी शादी 2013 में हुई थी. साल 2015 में उन्हें कांस्टेबल की नौकरी मिली.
बेगूसराय जिला बल में कार्यरत बबली अगले कुछ दिनों में डीएसपी की ट्रेनिंग के लिए राजगीर जाने वाली हैं. इसको लेकर बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में सिपाही बबली कुमारी को सम्मानित किया और आने वाले दिनों के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दी.
एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि मूल रूप से बबली कुमारी गया जिले की रहने वाली हैं. वर्तमान में बेगूसराय पुलिस लाइन में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं. खास बात यह है कि अपने पति और पिता के अरमानों को पूरा करने के लिए बबली कुमारी लगातार मेहनत करती रहीं. बबली ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने सरकारी नौकरी का ही सोचा था और फिर कांस्टेबल बनीं
एसपी ने बताया कि एक तरफ जहां बबली ने अपनी ड्यूटी को पूरी कर्तव्यनिष्ठा से निभाया तो वहीं दूधमुंहे बच्चे के लिए मां का फर्ज अदा करते हुए बीपीएससी की तैयारी भी की. एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग के सभी जवानों को बबली कुमारी से सीख लेनी चाहिए और उन्हें और अधिक मेहनत करनी चाहिए जिससे कि वह अपने सपनों को साकार कर सकें.