असुरक्षित सेक्स के चलते दिल्ली में फैला मंकीपॉक्स! स्टडी में चौंकाने वाले खुलासे

राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स के पहले डेडि‍केटेड हॉस्पिटल एलएनजेपी के आइसोलेशन वॉर्ड में मंकीपॉक्स के मरीजों को रखा गया था। बिना किसी इंटरनैशनल ट्रैवल हिस्ट्री के मरीजों में मंकीपॉक्स का संक्रमण पाया गया था और उसको लेकर अब एक स्टडी सामने आई है। स्टडी में इस बात का जिक्र है कि असुरक्षित सेक्स की वजह संक्रमण हुआ।

monkeypox in Delhi

नई दिल्ली: कोरोना के खतरे के बीच मंकीपॉक्स के मामलों ने चिंता बढ़ा दी थी। भारत में भी मंकीपॉक्स के कुछ मामले सामने आए थे और उसको लेकर एक स्टडी रिपोर्ट सामने आई है। दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती पहले पांच मंकीपॉक्स रोगियों पर की गई एक स्टडी में सेक्स कनेक्शन सामने आया है। इस वायरस के फैलने के पीछे सेक्सुअल एक्टिविटी को जिम्मेदार माना गया है। साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया है कि STI क्लीनिक में हेल्थ वर्कर्स को इस संबंध में जागरूक किया जाना चाहिए।

दिल्ली में जो मरीज मंकीपॉक्स के भर्ती हुए थे लेकिन उनकी ट्रैवल हिस्ट्री ऐसी नहीं थी कि वो विदेश गए हों। हाल ही में प्रकाशित हुई एक स्टडी में कहा गया है कि मंकीपॉक्स के भर्ती मरीजों के कमर, निचले अंगों पर घाव सबसे अधिक देखे गए थे। इससे यह भी पता चलता है कि वायरस का संक्रमण असुरक्षित सेक्स की वजह से हुआ।

मंकीपॉक्स के मरीजों को दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इस दौरनान अस्पताल में मंकीपॉक्स के भर्ती मरीजों में 14 दिनों के बीच बुखार, शरीर में दर्द की शिकायत की गई। पांच मामलों में से तीन पुरुष और दो महिलाएं भर्ती थीं। उनमें से सभी के प्राइवेट पार्ट पर घाव थे, साथ ही मांसपेशियों में दर्द की शिकायत की गई।

स्टडी में सभी मरीजों के यूरिन और घाव के नमूनों में मंकीपॉक्स के डीएनए का पता चला। स्टडी में इस बात का जिक्र है कि मामले हल्के थे और सभी मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए। जल्द रोगियों की पहचान हो सकी और समय पर इलाज की वजह से स्थिति इन मरीजों की काफी गंभीर नहीं हुई।