गोरखपुर में चार साल बाद एक पखवाड़े की देरी से आया मानसून, जमकर बरसे बदरा
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महाराजगंज 73.4
देवरिया 13.0
कुशीनगर 7.5
बस्ती 4.3
संतकबीरनगर 32.3
सिद्धार्थनगर 35.9
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1.8 डिग्री का अंतर
झमाझम बारिश से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में केवल 1.8 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा। न्यूनतम तापमान 24.0 और अधिकतम 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
2018 में 27 जून को हुई थी मानसून की दस्तक
2021 17 जून
2020 19 जून
2019 23 जून
2018 27 जून।
गोरखपुर जिले में हुई बारिश फसलों के लिए अमृत की तरह है। धान के अलावा ज्वार, बाजरा, मक्का, मूंगफली आदि फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। बारिश से किसानों को प्रति एकड़ 3000 रुपये तक की बचत होगी।
गोरखपुर में अमूमन मानसून 16 जून तक पहुंच जाता है, लेकिन इस बार एक पखवाड़े की देरी हो गई। इससे किसान काफी चिंतित थे। धान की रोपाई में देरी होने लगी थी। इसके अलावा अन्य फसलों की बुवाई में भी देरी हो रही थी। कृषि विशेषज्ञ अजय सिंह का कहना है कि अब किसान धान की रोपाई से लेकर खरीफ की फसलों की बुवाई आसानी से कर सकेंगे।
सब्जी की खेती करने वाले किसानों को होगा नुकसान
इस बारिश से सब्जी की खेती करने वाले किसानों को नुकसान होने की आशंका है। इतनी ज्यादा बारिश की वजह से सब्जियों में फूल आने बंद हो जाएंगे। लिहाजा सब्जियों की पैदावार कम हो जाएगी।