सावधान: आंखों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है मानसून, इस तरह की गलतियों से बचें, विशेषज्ञ से जानिए जरूरी टिप्स
प्राय: अप्रैल-जून के बीच देश में होने वाली तेज गर्मी के बाद आने वाला मानसून काफी राहत वाला होता है। बारिश के चलते तापमान में गिरावट आती है, जो आपको प्राकृतिक तौर पर बेहतर महसूस कराती है। पर सेहत के लिहाज से मानसून के सीजन को उतना ही चुनौतीपूर्ण भी माना जाता है। बारिश में वातावरण की आर्द्रता और गंदगी बढ़ने के साथ कई तरह की बीमारियों और संक्रमण का जोखिम भी बढ़ जाता है।
यह मौसम त्वचा, किडनी, पेट और आंखों के लिए कई तरह से मुश्किलें बढ़ा सकती है। इस लेख में हम मानसून में आंखों में होने वाली समस्याओं और इससे बचाव के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, मानसून अपने साथ कई तरह के संक्रमण भी लेकर आता है जिससे सभी लोगों को निरंतर बचाव करते रहने की आवश्यकता होती है। आंखों में होने वाली संक्रमण की स्थिति गंभीर भी हो सकती है, इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मानसून में अपनी आंखों की सेहत को बिल्कुल नजरअंदाज न करें। आंख का संक्रमण तब होता है जब कोई भी वायरस, आईबॉल कॉर्निया या बाहरी और आंतरिक पलकों की झिल्ली कंजंक्टिवा पर अटैक कर देता है। इससे बचाव की विशेष आवश्यकता होती है। आइए नेत्र रोग विशेषज्ञ से इस समस्या की गंभीरता और इससे बचाव के उपायों के बारे में समझते हैं।
क्या है विशेषज्ञ की सलाह? वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अनुराग वाही बताते हैं, मानसून के दौरान वातावरण में नमी के कारण कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया के पनपने का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान हाइजीन को लेकर बरती गई किसी भी तरह की लापरवाही आंखों से संबंधित समस्याओं जैसे कंजंक्टिवाइटिस, आंखों में जलन-लालिमा, खुजली और कुछ स्थितियों में दीर्घकालिक समस्याओं का कारण भी बन सकती है। इस तरह की दिक्कतों से बचे रहने के लिए आंखों के निरंतर देखभाल की आवश्यक होती है। आइए जानते हैं कि इसके लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए?
अपने व्यक्तिगत चीजों को शेयर न करें
आंखों को संक्रमण से बचाने के लिए अपनी व्यक्तिगत चीजों जैसे तौलिया, तकिए आदि को किसी से शेयर न करें। ये चीजें सीधे आंखों के संपर्क में आती हैं जिसके कारण संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा आंखों को अनावश्यक रूप से छुने या रगड़ने से बचें। यदि आंखों में खुजली है या पानी आ रहा है तो किसी साफ रूमाल या टिशू से इसे पोछें। इसके बाद हाथों को साफ कर लें।
कॉस्मेटिक के प्रयोग से बचें संक्रमण, जलन या आंखों में खुजली के दौरान आंखों पर मेकअप या कॉस्मेटिक का प्रयोग करने से बचें। इससे जलन या लालिमा और भी बढ़ सकती है। आंखें, कुछ चीजों के लिए अतिसंवेदनशील भी होती है ऐसे में कॉस्मेटिक्स में मौजूद रसायनिक तत्व और किरकिरे अवयव आपकी दिक्कतों को बढ़ा सकते हैं। मानसून के दौरान समय-समय पर आंखों को साफ ठंडे पानी से धोते रहें।
मानसून में आंखों को सेहतमंद रखने के लिए इन बातों का भी रखें ध्यान मानसून के समय में यदि आप किसी भी तरह से आंखों में असहजता महसूस करते हैं तो इसको लेकर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इस मौसम में वायरल नेत्र संक्रमण बहुत आम है। इससे लोग अक्सर घबरा जाते हैं और खुद से ही दवाइयां लेने लगते हैं, पर ऐसा करना आपकी दिक्कतों को बढ़ा सकता है। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा या आईड्रॉप को प्रयोग में न लाएं।
जब आपकी आंखें लाल हों या पानी निकल रहा हो तो कॉन्टैक्ट लेंस न पहनें। इससे भी संक्रमण और जलन बढ़ने का खतरा हो सकता है। बारिश का पानी यदि आंखों में चला जाए तो तुरंत साफ पानी से आंखों को धो लें।
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