जयपुर. राजस्थान में पिछले दो-तीन दिनों से चल रहा झमाझम बारिश (Rain) का दौर अब खत्म हो चुका है. मौसम विभाग ने रविवार से प्रदेश में बारिश की गतिविधियां कम होने की संभावनाएं जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक अब अगले 1 सप्ताह में प्रदेश से मानसून (Monsoon) की पूरी तरह से विदा होने के आसार हैं. मानसून ने इस बार राजस्थान को अच्छे से भिगोया है. प्रदेश के चार जिलों को छोड़कर शेष राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. आधे से ज्यादा राजस्थान में औसत से काफी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है. इस बार बारिश ने दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. लेकिन इस बारिश से कई जगह खराबा भी हुआ है.
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान में चल रहे भारी बारिश में रविवार से ही तेजी से कमी आएगी. उन्होंने बताया कि आगामी तीन चार दिन पूर्वी राजस्थान में केवल छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है.
डीग में करीब चार इंच बरसा पानी
मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि इस अवधि में भरतपुर और अलवर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि सर्वाधिक बारिश भरतपुर के डीग में 98 मिलीमीटर दर्ज की गई है. वहीं पश्चिमी राजस्थान में भी कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है. पश्चिमी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश नागौर जिले के डेगाना कस्बे 22 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई है. इसके अलावा कुछ अन्य स्थानों पर भी छिटपुट बारिश हुई है.
बीकानेर संभाग में एक दो जगह हो सकती है बारिश
मौसम विभाग के अनुसार अब पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने के आसार हैं. वहीं आज भी बीकानेर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्के दर्जे की बारिश होने की संभावना है. उसके बाद आगामी दिनों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा. मानसून के आखिरी दौर में हुई जबर्दस्त बारिश ने कई जगह फसलों को खासा नुकसान पहुंचाया है. इससे भरतपुर समेत कई जिलों में किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं.