इलेक्ट्रिक बसों में एक महीने में 13 लाख से ज्यादा यात्रियों ने किया सफर, 150 और ई बसें जल्द होंगी बेड़े में शामिल

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। दिल्ली सरकार लगातार ई वाहनों को प्रोत्साहित कर रही हैं ताकि दिल्ली को इलेक्ट्रिक व्हीकल(ईवी)कैपिटल बनाया जा सके। हाल ही में ई साइकिल के लिए पोर्टल की शुरुआत की गई। 

सांकेतिक तस्वीर
दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रही इलेक्ट्रिक बसों में अब तक 13 लाख से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं। ई वाहनों को दिल्ली में प्रोत्साहन की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 150 ई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 

सड़कों पर उतारे जाने के बाद यात्रियों को प्रोत्साहित करने के लिए बसों में सफर में सेल्फी पोस्ट करने वालों को भी आई पैड जीतने का मौका भी दिया है। 30 जून तक यात्री सेल्फी पोस्ट कर सकते हैं।

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। दिल्ली सरकार लगातार ई वाहनों को प्रोत्साहित कर रही हैं ताकि दिल्ली को इलेक्ट्रिक व्हीकल(ईवी)कैपिटल बनाया जा सके। हाल ही में ई साइकिल के लिए पोर्टल की शुरुआत की गई। पोर्टल के जरिये आवेदन कर पहले 1000 व्यक्तियों को ई साइकिल खरीदने पर 7500 रुपये का फायदा मिलेगा। हालांकि इसके बाद भी ई साइकिल खरीदने पर 5500 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। 

कुछ महीने पहले ई ऑटो को भी लांच किया गया था और उनपर भी ई रिक्शा के बराबर 30 हजार रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। निजी ई वाहनों पर भी सरकार की ओर से वित्तीय सहायता दी जा रही है ताकि ई वाहनों को दिल्ली में अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जाए। दिल्ली सरकार के सभी दफ्तरों में भी ई वाहनों के उपयोग की तैयारी है ताकि दिल्ली में प्रदूषण स्तर को कम किया जा सके।

150 और ई बसें जल्द होंगी शामिल

दिल्ली परिवहन निगम(डीटीसी)के बेड़े में 150 इलेक्ट्रिक बसें शामिल होने के बाद 150 और नई बसें आने का इंतजार है। इससे यात्रियों को और सहूलियत होगी, क्योंकि डीटीसी के बेड़े की अधिकतर बसें पुरानी हो चुकी हैं। 11 साल बाद डीटीसी में बसों की खरीद की गई है। 

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की सड़कों पर उतारने के लिए 150 बसों में से करीब 40 बसें पहुंच चुकी हैं। आने वाले दिनों में इन्हें भी यात्रियों के लिए उतारा जाएगा। इससे हर महीने लाखों यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है। ई बस सेवा की शुरुआत होने से यात्रियों को भी और बसों के सड़कों पर उतरने का इंतजार है ताकि सभी रूटों पर बसों की कमी न रहे।