यूक्रेन और रूस के बीच जंग 33वें दिन भी जारी रही। रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। खारकीव के गवर्नर का कहना है कि रूसी सैनिकों ने पिछले 24 घंटे में शहर पर 200 से ज्यादा हवाई हमले किए हैं। उधर, यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले में अब तक 143 यूक्रेनी बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 216 से ज्यादा घायल है। ये आंकड़ा अभी और ज्यादा बढ़ सकता है। दूसरी तरफ यूक्रेन डिफेंस इंटेलिजेंस का दावा है कि पुतिन यूक्रेन को कोरिया के तर्ज पर दो हिस्सो में तोड़कर ईस्टर्न और वेस्टर्न यूक्रेन बनाना चाहते हैं। इसी के साथ रूस अपनी बॉर्डर से क्रीमिया तक लैंड कॉरिडोर बनाने की कोशिश में भी जुटा है। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के पत्रकार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हम रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शर्तों के तहत समझौता नहीं करेंगे। हालांकि, हम शांति वार्ता को लेकर न्यूट्रल नीति अपना रहे हैं। वहीं यूएन की रिपोर्ट में भले ही 1119 लोगों की मौत का दावा किया गया है, लेकिन यूक्रेन प्रॉसीक्यूशन जनरल ऑफिस अपने 2500 से ज्यादा नागरिकों की मौत अकेले मारियुपोल शहर में होने का दावा कर रहा है।
मारियुपोल पूरी तरह तबाह
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि रूस की सेना ने मारियुपोल शहर को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। मंत्रालय ने ट््वीट कर कहा कि जब मारियुपोल की घेराबंदी बमबारी की जा रही, लोग जीवन के लड़ रहे हैं। शहर में मानवीय स्थिति भयावह है। रूस के सशस्त्र बल शहर को मिट्टी में मिला रहे हैं। इससे पहले राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि मारियुपोल को रूस की सेना ने पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया गया है। खबर के अनुसार श्री जेलेंस्की ने रूस के चार प्रमुख पत्रकारों को 90 मिनट तक जूम साक्षात्कार दिया। राष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि लोग नागरिक परिवहन का उपयोग करके मानवीय गलियारों के माध्यम से शहर छोड़ रहे है। उन्होंने कहा कि रूस ने ‘कब्जे वाले क्षेत्रों में मारियुपोल निवासियों को जबरन हटा रहा है। श्री जेलेंस्की ने कहा कि हमारे आंकड़ों के अनुसार, 2,000 से अधिक बच्चों को निर्वासित किया गया। उन्होंने कहा वास्तविकता यह है कि रूसी सेना ने मारियुपोल सभी प्रवेश और निकास अवरुद्ध कर दिया है। रूसी सैनिक मानवीय काफिले पर गोलाबारी कर रहे हैं और ड्राइवरों को मार रहे हैं।
यूक्रेन तटस्थ रहने को तैयार पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेगा
यूक्रेन और रूस के बीच मंगलवार को तुर्की के इस्तांबुल में आमने सामने बैठक बातचीत होगी। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने डोनबास के मुद्दे पर कुछ नरमी के संकेत दिए हैं। इस बीच रूसी हमला झेल रहे यूक्रेनी इलाकों की हालत अब भी खराब है। यूक्रेन और रूस आमने सामने बैठ कर बातचीत की तैयारी में जुटे हैं। यह बातचीत दो हफ्ते से ज्यादा समय के बाद होने जा रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि वह तुरंत युद्ध रोकना चाहते हैं और इसके लिए रूस को अपनी तटस्थता और सुरक्षा की गारंटी देने को तैयार हैं। राष्ट्रपति का कहना है इसमें यूक्रेन को परमाणु हथियारों से मुक्त रखना भी शामिल है। राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा है कि तटस्थता और नाटो से बाहर रहने के मुद्दे पर यूक्रेन में जनमत संग्रह होना चाहिए और वह भी जब रूसी सैनिक यहां से बाहर निकल जाएं। जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों के यूक्रेन से बाहर निकलने के कुछ ही महीने के भीतर जनमत संग्रह कराने की बात कही है। राष्ट्रपति का कहना है कि हम बिना किसी देर के शांति का इंतजार कर रहे हैं। तुर्की आमने सामने बैठ कर बात करने की जरूरत और मौका है। यह बुरा नहीं है। देखते हैं क्या नतीजा निकलता है। हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति यूक्रेन का कोई इलाका छोडऩे को तैयार नहीं हैं।