श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर सामने आ रही है. घाटी में प्रवासी मजदूरों और कश्मीरी पंडितों की टारगेटेड किलिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. कश्मीर घाटी में सक्रिय हाइब्रिड आतंकियों और विदेशी आतंकवादियों के बीच का गठजोड़ सामने आया है. खुफिया और सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, कश्मीर घाटी में मौजूदा समय में 600 से ज्यादा हाइब्रिड आतंकी सक्रिय हैं. विदेशी आतंकी इन हाइब्रिड आतंकवादियों की मदद कर रहे हैं. इनका उद्देश्य प्रवासी मजदूरों और पंडितों को निशाना बनाकर घाटी में दहशत का माहौल बनाना है. सुरक्षाबल और कश्मीर पुलिस लगातार आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने में जुटे हैं.
हाइब्रिड आतंकियों की यह भूमिका पिछले 10 महीनों में उजागर हुई है. बताया जाता है कि जो पहले ओवरग्राउंड वर्कर थे जो सक्रिय आतंकियों की मदद करते थे. अब वे सीधे तौर पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. ये सभी विदेशी और हाइब्रिड आतंकी का गठजोड़ बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं. एक दर्जन प्रॉक्सी आतंकी संगठन पिछले दो वर्षों में बने हैं. ये सभी संगठन लगातार विदेशी आतंकवादियों की मदद कर रहे हैं. इसके जरिये न केवल आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, बल्कि साजिश भी रच रहे हैं.
हाइब्रिड आतंकवादियों की बन रही लिस्ट
हाइब्रिड आतंकवादियों की सक्रियता देखते हुए खुफिया एजेंसी और सुरक्षाबल भी सक्रिय हो गए हैं. खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां अब इन हाइब्रिड आतंकवादियों की सूची तैयार कर रही हैं. शोपियां में प्रवासी मजदूरों की हत्या के मामले में हाइब्रिड आतंकियों की नापाक करतूत उजागर हुई है. इसके बाद से एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं. कश्मीर घाटी में माहौल बिगाड़ने की खुफिया रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही सुरक्षाबल सतर्क हो गए हैं. हाइब्रिड आतंकियों की तलाश में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
घाटी में 84 विदेशी आतंकी सक्रिय
खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय आतंकियों की तरह हाइब्रिड आतंकियों की भी सूची तैयार कर रही है. शोपियां में हुए प्रवासी श्रमिकों की हत्या के मामले में ऐसे हाइब्रिड आतंकियों की करतूत उजागर हुई है. खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, घाटी में सक्रिय 84 विदेशी आतंकी लगातार इन हाइब्रिड आतंकियों की मदद कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों में पहली बार ऐसा हुआ है जब सक्रिय आतंकियों में विदेशी आतंकियों की तादाद इतनी ज्यादा है. इसके अलावा 54 लोकल आतंकी भी कश्मीर में सक्रिय हैं.