हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद मेजर मुस्तफा के ताबूत से लिपट रोई मां-मंगेतर, नम आंखों से दी अंतिम विदाई

दिल्ली से जैसे ही मेजर मुस्तफा का पार्थिव शरीर डबोक एयरपोर्ट पहुंचा, माहौल गमगीन हो गया। मां और मंगेतर उनके ताबूत से लिपटकर रोने लगी। वहीं उन्हें देर रात को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

सैन्य सम्मान के साथ मेजर मुस्तफा सुपुर्द-ए-खाक
सैन्य सम्मान के साथ मेजर मुस्तफा सुपुर्द-ए-खाक

अरुणाचल में शहीद हुए मेजर मुस्तफा बौहरा का पार्थिव देह रविवार शाम उदयपुर पहुंचा। रविवार देर रात सैन्य सम्मान के साथ शहीद मेजर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान आर्मी के जवानों ने तीन राउंड फायर कर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

शहीद मुस्तफा बोहरा की पार्थिव देह रविवार शाम छह बजे उदयपुर पहुंची थी। डबोक एयरपोर्ट पर शहीद की पार्थिव देह पहुंचते ही मां और मंगेतर ताबुत से लिपटकर रोने लगी। दिल्ली से रवाना हुए पायलट मुस्तफा बोहरा के पार्थिव देह को डबोक एयरपोर्ट पर सैन्य प्रोटोकॉल के तहत खंजीपीर स्थित कब्रिस्तान के लिए रवाना किया गया। एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, समाजसेवी रविंद्र श्रीमाली और कई लोगों ने मुस्तफा बोहरा अमर रहे के नारों के साथ विदा किया।

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में हेलीकॉप्टर क्रैश के दौरान राजस्थान के 4 जवान शहीद हुए थे। जिनमें से उदयपुर के मुस्तफा बोहरा भी एक हैं। उनके अलावा झुंझुंनू के रोहिताश और हनुमानगढ़ के मेजर विकास भी शहीद हो गए।