एक मां जो अपने बेटे से बहुत प्यार करती थी. उसकी हर ख्वाहिशों का ध्यान रखती थी. उसने 10 साल की उम्र में अपने बच्चे को इसलिए घर से निकाल दिया. क्योंकि उसे समाज की चिंता थी. इस मां के बच्चे में वक्त के साथ बदलाव होने लगे थे, दरअसल वह एक किन्नर था. यह कहानी देश की पहली ट्रांसजेंडर इंटरनेशनल ब्यूटी क्वीन जीतने वाली नाज जोशी की है. जिन्होंने भारत का नाम दुनिया भर में रोशन कर दिया.
मां ने खुद से दूर कर दिया
नाज जोशी अब तक 8 ब्यूटी पीजेंट्स जीत चुकी हैं. जिनमें से 7 तो इंटरनेशनल ब्यूटी कांटेस्ट हैं. दुनिया भर में भारत को रिप्रेजेंट करने वाली नाज का यह सफर आसान नहीं रहा. दिल्ली के एक संपन्न परिवार में जन्मीं नाज के घर वालों ने उनसे नफरत करना शुरू कर दिया, जब उन्हें पता चला कि उनका बेटा ट्रांसजेंडर है.
लड़का होने के बावजूद वह लड़की जैसा महसूस करने लगी थीं. उनकी चाल ढाल में तबदीली को देखते हुए लोगों ने उन पर, और उनके परिवार पर फब्तियां कसने लगे. बाहर वालों के कठोर रवैये को देखते हुए घर वाले भी बदल गए. समाज में बेज्जती से बचने के लिए नाज को मुंबई में उनके मामा के पास भेज दिया गया.
हुई गैंगरेप का शिकार
मामा ने 10 साल के उस मासूम बच्चे को एक ढाबे पर काम करने के लिए लगा दिया. ताकि कुछ पैसे मिल सकें. लेकिन एक दिन जब वह ढाबे से काम करके लौटी तो उसके मामा का लड़का अपने दोस्तों के साथ शराब पी रहा था. तब उसने नाज को ड्रिंक करने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया.
उन्होंने उसे कोल्ड ड्रिंक का ऑफर दिया. जिस पर नाज मान गईं. उन्हें नहीं पता था उनके साथ ऐसा घिनौना काम किया जाएगा. वह कोल्ड ड्रिंक का घूंट पीने के बाद बेहोश हो गईं. जिसके बाद मामा के लड़के और उनके दोस्तों ने उसके साथ गैंगरेप किया. जब मामा को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने उसे अस्पताल इलाज कराने के लिए ले गए, और भर्ती करवाकर वहीं छोड़ दिया. फिर वो दोबारा उसके पास नहीं आए.
भीख मांगी, सेक्स वर्कर बनीं
अस्पताल में भर्ती नाज पर एक किन्नर की नजर गई. वह उसे किन्नर समाज के गुरु के पास उसे ले गई. जहां पैसे कमवाने के लिए उससे भीख मंगवाई गई. बार में डांस करना पड़ा, सेक्स वर्कर के तौर पर भी काम करने पर मजबूर हुईं. बावजूद इसके उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी. इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद वह अपनी इस जिंदगी से तंग आ चुकी थीं. 18 साल की उम्र में वो काफी डिप्रेशन में चली गई थीं.
हालांकि, फिर फेसबुक के माध्यम से नाज ने अपनी कजिन बहन से बात की. उसने नाज की मदद की और फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए उनका एडमीशन दिल्ली के NIFT में करवाया. नाज जोशी ने टॉप किया और उनका कैपंस प्लेसमेंट हो गया. नौकरी के दौरान कमाए पैसों से नाज ने सर्जरी करवाकर अपना जेंडर बदलवा लिया, वो लड़की बन गईं. आगे एक मशहूर फोटोग्राफर की नजर नाज पर पड़ी.
उसने उन्हें मॉडल बनने के लिए प्रेरित किया. इस तरह नाज को एक फैशन शो में बतौर ट्रांसजेंडर मॉडल शो स्टॉपर बनने का मौक़ा मिला. फैशन और ब्यूटी की दुनिया में कदम रखने के बाद नाज जोशी की जिंदगी बदल गई. जहां उन्हें पैसों के साथ इज्जत और शोहरत भी मिली. उन्होंने लगातार 3 साल मिस वर्ल्ड डायवर्सिटी का ख़िताब अपने नाम किया. इसके बाद ट्रांसजेंडर इंटरनेशनल ब्यूटी क्वीन बनकर दुनिया में छा गईं.