ससुराल में मिला मायके जैसा प्यार, शिवाली बन गई तहसीलदार

आगे बढ़ने की जिद्द में परिवार का सहयोग जरूरी होता है। ससुराल के सहयोग से “शिवाली ठाकुर” ने पति के बराबर पेशेवर रुतबा हासिल करने में सफलता हासिल की है। पर्यटन स्थली मनाली (Manali) के समीपवर्ती गांव कन्याल की पुत्रवधू व मंडी (Mandi) के पंडोह की बेटी “शिवाली ठाकुर” ने हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (HPPSC) की परीक्षा उत्तीर्ण की है। बतौर तहसीलदार चयन हुआ है। शिवाली ठाकुर की सफलता पर कुल्लू (Kullu) व मंडी (Mandi) जिला में ख़ुशी की लहर है।

2017 की हिमाचल प्रदेश एलाइड सर्विसेज (Himachal Pradesh Allied Services) की टॉपर शिवाली ठाकुर (Shiwali Thakur) वर्तमान में मंडी में बतौर तहसील कल्याण अधिकारी (Tehsil Welfare Officer) के पद पर कार्यरत हैं। शिवाली ने पहले ही प्रयास में एलाइड सर्विसेज में टॉप किया था। 2021 में शिवाली की शादी मनाली निवासी दीक्षांत ठाकुर से हुई। पति 2018 बैच के तहसीलदार हैं, जिनकी तैनाती  थुनाग हैं।

HAS परीक्षा में शिवाली का यह पांचवा प्रयास था। अहम बात यह है कि “शिवाली” ने शादी के बाद भी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा। नतीजा सामने है। पंडोह के स्प्रेई गांव की शिवाली ठाकुर के पिता राम चंद्र ठाकुर लोक निर्माण विभाग (PWD) से अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं,जबकि माता चंपा ठाकुर शिक्षिका (Teacher) है।

प्रारंभिक पढ़ाई एसबीएम महाजन बाजार स्कूल मंडी से हुई है। इसके बाद दसवीं डीएवी मौहल (कुल्लू) से की। जमा दो डीएवी स्कूल खलियार से की। बीएससी (B.Sc) डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ और एमएससी पंजाब विश्वविद्यालय (PU) चंडीगढ़ से की है।

परिवारों से मिला सहयोग
शिवाली ठाकुर ने बताया कि लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी के लिए मायका और ससुराल पक्ष से पूरा सहयोग मिला। उन्हें ससुराल में यह महसूस ही नहीं हुआ कि उनकी शादी हो चुकी है। तहसील कल्याण अधिकारी बनने के बाद से ही हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। चार बार परीक्षा देने के बाद भी सफलता नहीं मिली, लेकिन पांचवी बार सफलता मिल ही गई।

“मैं अपनी कामयाबी का श्रेय परिवारों को देना चाहती हूं, जिनकी स्पोर्ट से ही यह संभव हो पाया है। परिवार ने हर कदम पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है” : शिवाली ठाकुर