भोपाल. सत्ता के सेमिफाइनल में अब तक आए मेयर और गांव सरकार के नतीजों को लेकर बीजेपी उत्साहित है. बीजेपी ने दावा किया है कि जनता का मेंडेट साफ है कि वो प्रदेश में बीजेपी की सरकार को चाहते हैं. वहीं कांग्रेस दावा कर रही है कि सीटें कम ही क्यों न हों, लेकिन ये साबित हो रहा है कि जनता अब बीजेपी का विकल्प तलाश रही है.
ऐसे में मिशन 2023 से पहले कौन किस पर कितना भारी पड़ रहा है और किसके दावे में कितना दम है, ये आंकड़ों के ज़रिए समझना जरूरी है. पहले नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे और फिर गांव सरकार के गठन में बहुमत के लिहाज से बीजेपी को कांग्रेस के मुकाबले कहीं ज्यादा बहुमत हासिल हुआ है. वहीं कांग्रेस इस लिहाज से खुश नज़र आ रही है कि कम ही सही निकाय चुनाव में उनकी सीटें बढ़ी हैं.
आंकड़ों के नज़रिए से देखें तो नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों में 16 नगर निगम में से 9 पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली है. एक निर्दलीय और एक आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी जीता है.
कटनी से निर्दलीय विजयी हुईं उम्मीदवार के भी बीजेपी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है, जबकि इस चुनाव से पहले बीजेपी के खाते में 16 में से 16 नगर निगम थे. इस लिहाज से कांग्रेस इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर देख रही है, जबकि बीजेपी का दावा है कि बहुमत उनके साथ है.
वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजों में देखें तो जिला पंचायत अध्यक्ष के 51 सीटों के नतीजों में 41 पर बीजेपी का कब्जा हुआ है, जबकि कांग्रेस का दावा 10 सीटों पर जीत हासिल करने का है. जनपद अध्यक्ष में 312 में से 227 पर बीजेपी जीत का दावा कर रही है, जबकि कांग्रेस के खाते में 64 सीट गई हैं. 21 पर अन्य को जीत हासिल हुई है.
किसने क्या कहा ?
इन आंकड़ों के सामने आने के बाद बीजेपी खासी उत्साहित है. सीएम शिवराज ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता गरीब कल्याण की योजनाएं विकास के काम का असर जनता के दिल में भी है और दिमाग पर भी है. प्रदेश सरकार की योजनाओं का आशीर्वाद भी बीजेपी को मिल रहा है.
हमारे संगठन और कार्यकर्ताओं ने घनघोर मेहनत की है. इसका आर्शीवाद आगे भी मिलेगा. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने अपने बयान में कहा है कि जनता बीजेपी के साथ खड़ी है. कांग्रेस को जनता नकार चुकी है. वहीं कांग्रेस नेताओं की ओर से आए बयानों में ये आरोप लगाए गए हैं कि बीजेपी धन बल के आधार पर चुनाव को प्रभावित कर रही है.