भोपाल. मध्य प्रदेश ने हिन्दी का गौरव बढ़ाया है. आज एमपी में मेडिकल की पढ़ाई का हिन्दी पाठ्यक्रम (Hindi course of medical studies) के लॉन्च कर दिया गया है. इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि जब जापान में जापानी में चीन में चीनी में पढ़ाई होती है तो मध्यप्रदेश में हिंदी में क्यों नहीं हो सकती? हम बाकि राज्यों के साथ किताबें देंगे और जो वो अच्छा करेंगे वो उनसे हम लेंगे. जिन्हें पढ़ना है वो पढ़ें कोई बाध्यता नहीं रहेगी. शिवराज सिंह ने कहा कि आने वाले समय में हमारा सपना है की आईआईटी IIT और आईआईएम IIM की पढ़ाई हिंदी में हो.
सिंह ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से ही ये संभव हुआ है कि मध्य प्रदेश में हिंदी में मेडिकल पढ़ाई लागू हुई है. उन्होंने कहा कि हम अंग्रेजी के गुलाम क्यों बने? बच्चे तो प्रफुल्लित हैं. शिवराज सिंह ने मध्य प्रदेश की इस उपलब्धि पर सबको बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. अब एमपी की धरा पर हिन्दी माध्यम से भी मेडिकल की पढ़ाई हो सकेगी. अब मेडिकल की पढ़ाई और आसान हो जाएगी. आज का दिन अंग्रेजी भाषा की मानसिकता से मुक्त करने वाला है.
गृहमंत्री शाह ने किया विधिवत विमोचन
इससे पहले केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मेडिकल की पढ़ाई की हिन्दी पुस्तकों का विधिवत विमोचन किया. इसके साथ ही मध्य प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां अब मेडिकल की पढ़ाई अब हिन्दी में हो सकेगी. इसके लिए एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के तीन विषय anatomy, physiology and bio-chemistry का हिन्दी रूपान्तरण किया गया है. यह मध्य प्रदेश सरकार की बड़ी उपलब्धियों में जुड़ गया है.
पीएम मोदी का सपना पूरा हुआ
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर आज पूरा हो गया. सीएम शिवराज ने हमें यह जिम्मा सौंपा था. हमारे विभाग ने पूरी शिद्दत के साथ इसे पूरा किया है. सारंग ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर मध्यप्रदेश सरकार की ओर से कदम उठाया गया है. उन्होंने गृहमंत्री की हौंसला अफजाई के लिए उनको धन्यवाद दिया.