कुलदीप सेन (26) मध्यप्रदेश में रीवा जिले के रहने वाले हैं। वह एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं, उनके पिता रामपाल सेन सिरमौर चौराहा में एक छोटा सा सैलून चलाते हैं। कुलदीप का चयन न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में हुआ है।
बीसीसीआई ने न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का एलान कर दिया है। टीम में मध्यप्रदेश के रीवा जिल में हरिहरपुर गांव के रहने वाले कुलदीप सेन का भी चयन किया गया है। कुलदीप सामान्य परिवार से आते हैं और उनके पिता रीवा के सिरमौर चौराहे पर सैलून शॉप चलाते हैं। कुलदीप आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके हैं और अब उन्हें टीम इंडिया का टिकट दिया गया है।
कुलदीप सेन का जन्म 28 अक्टूबर 1996 को मध्यप्रदेश के रीवा जिले में हरिहरपुर गांव में हुआ था। कुलदीप के पिता रामपाल सैलून की शॉप चलाते हैं। तीन भाइयों में कुलदीप सबसे बड़े हैं। इनके छोटे भाई का चयन मध्यप्रदेश पुलिस में हो चुका है। तीसरे नंबर के जगदीप सेन कोचिंग इंस्टीट्यूट का संचालन करते हैं। कुलदीप सेन को उनकी गेंदबाजी की वजह से रीवांचल एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है। कुलदीप 140-145 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने में माहिर हैं। न्यूजीलैंड की तेज पिचों पर कुलदीप की गेंदबाजी का जलवा देखा जा सकता है। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले कुलदीप न्यूजीलैंड के कई खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी कर चुके हैं।
फटे मोजे की गेंद और मोगरी से क्रिकेट खेला…
बचपन के दोस्त राघवेंद्र सेन ने बताया, फटे मोजे की गेंद और मोगरी से क्रिकेट खेलने वाला मेरा यार आज इंडियन टीम का स्टार बनने वाला है। हम दोनों एक ही साथ पले-बढ़े हैं। साल 2005 में हमारी उम्र आठ से 10 साल थी। तब हमारे पास गेंद और बैट नहीं होता था। ऐसे में हम फटे मोजे की गेंद बनाकर और मोगरी के बैट से क्रिकेट खेला करते थे। क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था। सिर्फ मनोरंजन का साधन था।
स्टार के रूम में सिर्फ यार की एंट्री…
दोस्त ने कहा, कुलदीप सेन के रूम में कोई नहीं आता जाता है। सिर्फ यार यानी कि मेरी एंट्री है। हम सुबह से शाम तक कुलदीप के रूम में बैठकर उसके ही जीवन के सपने बुनते रहते हैं। कुलदीप की जर्सी, जूता और बैट-गेंद देखकर गर्व होता है। अब उस दिन सबसे बड़ी खुशी मिलेगी, जब कुलदीप भारतीय टीम का स्थापित बॉलर बन जाएगा। देश दुनिया में चारों तरफ रीवा का नाम होगा।
एशिया कप में हो चुका है चयन, नहीं मिला खेलने का अवसर…
तेज गेंदबाज कुलदीप का दो महीने पहले 27 अगस्त से 11 सितंबर के बीच दुबई में खेले गए एशिया कप के लिए चयन हो चुका है। हालांकि, उनको खेलने का अवसर नहीं मिला था। तब इंडियन क्रिकेट में 18 सदस्यीय टीम में जगह दी गई थी। बैकअप खिलाड़ी स्टैंडबाय के रूप में श्रेयस अय्यर, दीपक चाहर और अक्षर पटेल का चयन हुआ था। चोट के कारण दीपक चाहर को ड्रॉप कर कुलदीप सेन को चुना गया था।
एक नजर में कुल प्रदर्शन…
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फर्स्ट क्लास मैच: 17 मैच 51 विकेट
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टी20 मैच: 27 मैच 25 विकेट
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लिस्ट ए: 7 में 8 विकेट
हाल में प्रदर्शन…
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ईरानी ट्रॉफी: 1 मैच 8 विकेट
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इंडिया ए: दो मैच में तीन
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ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप: नेट बॉलर के रूम में चयन