राज्यसभा चुनाव में हरियाणा की सीट पर फतेह पाने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी जीतकर आए कार्तिकेय शर्मा अब हरियाणा में नई सियासी पारी की शुरुआत करेंगे। खास बात यह है कि उनके पिता एवं पूर्व मंत्री विनोद शर्मा एक बार फिर से फील्ड में उतरने जा रहे हैं। विभिन्न जिलों में ब्राह्मण संगठनों द्वारा रखे जा रहे कार्यक्रमों में पिता और पुत्र, दोनो शामिल होंगें। वहीं संसद के ऊपरी सदन में कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर साथ रहेंगे। इसके अलावा हरियाणा के हितों को लेकर पैरवी भी करेंगे।
राज्यसभा का चुनाव जीतने के बाद कार्तिकेय शर्मा को खुद साथ लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। बीती रात कार्तिकेय शर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी की मुलाकात की थी। मुलाकातों के बाद में सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा राज्यसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा अध्यक्ष और गृहमंत्री से मुलाकात कर धन्यवाद और उनका आभार व्यक्त किया है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा द्वारा समर्थन के लिए गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने बेहतरीन जीत के लिए दी। उन्होंने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं राज्यसभा में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करूंगा और आवाज रखूंगा। राज्यसभा में युवाओं, शिक्षा, रोजगार और एसवाईएल जैसे मुद्दे उठा सकूं ऐसी प्राथमिकता रहेगी। कुल मिलाकर सांसद कार्तिकेय शर्मा और उनके पूर्व पिता विनोद शर्मा अब हरियाणा में एक बार फिर सक्रिय सियासत करेंगे। इतना ही नहीं हरियाणा के ब्राह्मणों को एकजुट करने और विभिन्न संगठनों द्वारा रखे गए कार्यक्रमों स्वागत समारोह में शामिल होंगे। बहरहाल पूर्व मंत्री विनोद शर्मा और कार्तिकेय शर्मा के फील्ड में उतरने के साथ ही हरियाणा की सियासत में कुछ नए समीकरण बनेंगे इसमें भी कोई दो राय नहीं है।
अग्निपथ की कार्तिकेय शर्मा ने की सराहना
अग्निपथ योजाना पर राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से देश के युवाओं को नए आयाम मिलेंगे। हरियाणा से बड़ी संख्या में युवा फौज में जाते हैं उनके लिए और भी ज्यादा बेहतर फैसला है। हरियाणा के युवाओं के खून में राष्ट्रवाद है और ऐसे युवाओं के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। ऐसी दूरगामी सोच के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहिए। हरियाणा सरकार द्वारा युवाओं को फौज की नौकरी के बाद भी अवसर दे रही है यह एक बहुत बेहतरीन कदम है।