राजगढ़ जिले में एक गर्भवती को बीच सड़क पर बच्ची को जन्म देना पड़ा। कुछ महिलाओं ने त्रिपाल लगाकर आड़ की, फिर प्रसव कराया। बाद में जज्जा-बच्चा को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक गर्भवती को बीच सड़क पर बच्ची को जन्म देना पड़ा। कुछ महिलाओं ने त्रिपाल लगाकर आड़ की, फिर प्रसव कराया। हालांकि समय से करीब दो माह पहले ही बच्ची का जन्म हुआ है। बाद में जज्जा-बच्चा को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर चिकित्सक का कहना है कि महिला सोनोग्राफी के लिए आई थी, पर बिना बताए चली गई। जांच करवाने के लिए इंतजार करती तो ये स्थिति नहीं बनती।
जानकारी के अनुसार मामला राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर का है। बताया जा रहा है कि महिला चंदा शाक्यवार सात महीने गर्भवती थी। शुक्रवार को वह सोनोग्राफी के लिए सिविल अस्पताल आई थी। परिजनों ने बताया कि लाइट नहीं होने से इंतजार करना पड़ रहा था। तभी चंदा को दर्द होने लगा। इस पर महिला सास के साथ बिना किसी को बताए घर चली गई। रास्ते में दर्द बढ़ गया। पीपल चौराहे के समीप राजगढ़ रोड पर बीच सड़क पर चंदा ने बच्ची को जन्म दिया।
एक परिजन ने बताया कि चंदा ने रास्ते में बच्चे को जन्म दिया है। बच्ची सड़क पर लटक गई थी। तभी रास्ते में अन्य महिलाओं ने यहां-वहां से त्रिपाल जुटाई और आड़ करके बच्ची का नाल काटा। तब तक किसी ने एंबलेंस को खबर दी गई। एंबुलेंस से नवजात और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर डॉक्टर ने बताया कि महिला बिना बताए चली गई थी। उसने हमारे किसी स्टाफ को तकलीफ की जानकारी नहीं दी। सोनोग्राफी के लिए थोड़ा समय लगता है। अस्पताल में जेनरेटर की व्यवस्था भी है। स्टाफ ने महिला का नंबर आने पर उसे आवाज भी लगाई पर जब तक वह जा चुकी थी।