नगर निगम के अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने आसंदी से शहर की सुंदरता बिगाड़ने वालों के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया। उन्होंने निगमायुक्त को सीसीटीवी के आधार पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
भोपाल नगर निगम में गुरुवार को परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। सांसद प्रज्ञा ठाकुर गनमैन के साथ सदन में पहुंच गई। हालांकि बाद में सांसद ने अपनी गलती मानी। महापौर मालती राय ने कहा कि यह निगम की सुरक्षा का विषय है। इसे देखना चाहिए था। इसके बाद सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि हम गुलामी के प्रतीक हटाकर हम दोबारा भारत का इतिहास बदलने का दम रखते हैं। हम भोपाल का इतिहास बदलने और पुनर्निमाण करने के लिए खड़े है। सांसद ने हलालपुर बस स्टैंड और लालघाटी का नाम बदलने की बात कही। सांसद ने कहा कि हलाल नाम अशुद्ध है। इसे हटाना चाहिए। मेरा प्रस्ताव और अनुशंसा है कि हलालपुरा बस स्टैंड का नाम हनुमानगढ़ी बस स्टैंड हो। वहीं, लालघाटी का नाम बदलकर श्री महेंद्रनारायण दास जी महाराज सर्वेश्वर चौराहा रखा जाए। इसके पीछे तर्क देते हुए सांसद ने कहा कि लाल घाटी चौराहे पर कई हत्याएं हुई है। कई वीरांगनाएं शहीद हुई है। इसके अलावा हलालपुर बस्ती का नाम हनुमानगढ़ करने का प्रस्ताव रखा। सदन अध्यक्ष ने दोनों प्रस्तावों को पारित किए जाने का आश्वासन दिया।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम पर 29 लाख खर्च
निगम परिषद की बैठक दो बार हंगामे के कारण रोकना पड़ी। प्रश्नकाल में विपक्ष ने शपथ ग्रहण समारोह का हिसाब मांगा। इस पर एमआईसी सुष्मा बबिसा ने जवाब दिया कि 29 लाख रुपए शपथ ग्रहण समारोह में खर्च हुए। इस पर कांग्रेस ने नगर निगम पर मनमानी का आरोप लगाया।
शहर की सुंदरता बिगाड़ने वालों पर FIR