MP Forest Guard Returns Arms: एमपी में लटेरी की घटना को लेकर वनकर्मियों में नाराजगी है। साथी पर हुए एफआईआर के विरोध में पूरे प्रदेश में फॉरेस्ट गार्ड ने शासकीय हथियार लौटा दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर केस वापस नहीं होता तो वर्दी भी लौटा देंगे।
बैतूल: विदिशा में वनकर्मी (forest staff return guns in mp) की गोली से एक आदिवासी युवक की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन की तरफ से वनकर्मी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसे लेकर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों में इसे लेकर सरकार के खिलाफ आक्रोश है। इसी को लेकर मंगलवार को वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान शासन की तरफ मिले हथियार को जमा करा दिया है। बैतूल में रेंजर एसोसिएशन और वन एवं वन्य प्राणी कर्मचारी संरक्षण संघ के अलावा अन्य संगठनों ने सीसीएफ एके सिंह को ज्ञापन सौंपा है।
इसके साथ ही जिला प्रशासन को भी ज्ञापन सौंपा गया है। दरअसल, नौ अगस्त 2022 को विदिशा जिले के वन परिक्षेत्र दक्षिण लटेरी खटिया पराए जंगल में वन माफिया गिरोह के लोग सागौन की लकड़ी की तस्करी कर रहे थे। अवैध कटाई को रोकने के लिए लटेरी के वन अमले और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। कुख्यात अपराधी जिसके विरुद्ध पूर्व से प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। उसकी मौत के बाद राजनीतिक दबाव में वनकर्मियों पर केस दर्ज किया गया। संगठन के लोगों ने कहा कि बिना जांच-पड़ताल के जेल भेज दिया गया है।
इसे लेकर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों में नाराजगी है। साथ ही कहा कि वह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनका मानना है कि उन्हें जो शासकीय हथियार मिले हैं, वह वनों की रक्षा के लिए हैं। संगठन के लोगों ने कहा कि जब वनों की रक्षा करने पर इस तरह की कार्रवाई हो रही है तो इन हथियारों का कोई मतलब नहीं है। इसलिए इन हथियारों को जमा कर दिया है। अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आने वाले समय में प्रदेशव्यापी हड़ताल करेंगे।
शासकीय हथियार जमा करने वाले लगभग 200 वनकर्मी जिले भर से आए थे, जिनमे रेंजर, डेप्युटी रेंजर और बीट गार्ड शामिल थे। रेंजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित कुमार साहू ने कहा कि विदिशा के लटेरी में वन माफिया के खिलाफ हुई कार्रवाई में उल्टे वन विभाग के कर्मचारी पर कार्रवाई हुई है। इसके विरोध में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपना हथियार जमा कर रहे हैं। ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में वर्दी भी जमा कर देंगे।
बैतूल में डेप्युटी रेंजर आकाश प्रधान ने कहा कि लटेरी में बिना जांच किए वन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर की गई। उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस ली जाए। साथ ही कहा है कि हम आगे और आंदोलन तेज करेंगे। गौरतलब है कि विदिशा की घटना को लेकर पूरे प्रदेशन में वनकर्मियों ने विरोध जताया है। साथ ही शासकीय हथियार को लौटा दिए हैं।