शिलाई विधानसभा के लोकप्रिय विधायक व उपनेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन चौहान ने हिमाचल बीजेपी सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार से हर वर्ग दुखी है ,हर वर्ग ने धरने पर्दशन कर दिए पर सरकार के कानों में जू तक नही रेंग रही है।
भ्रष्टाचार चरम पर है परन्तु इन्हें बै फर्क ही नहीं नही है पड़ता ,बीजेपी के मुख्यमंत्री मंत्री का खर्चा ही करोडों रूपये का हो रहा है और महंगाई बढ़ाकर खून आम जनता का चूस रहे है महंगाई चरम पर है।
बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ रही हर्षवर्धन चौहान ने कहा सबसे खास बात तो ये है कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश में मल्टीटास्क वर्कर की भर्तियां विभिन्न विभागों में चल रही हैं, जिसमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं का भी शारीरिक क्षमता का आकलन सीमेंट की बोरी उठवाकर किया जा रहा है।
वहीं, जो कि निंदनीय है सोशल मीडिया पर भी महिलाओं द्वारा सीमेंट की बोरी उठाकर मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती में हिस्सा लेने के वीडियो वायरल हो रहे है। जो बुरी तरह ट्रोल हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है जिसमें लोगों ने हिमाचल प्रदेश सरकार से सवाल किए हैं कि क्या इस तरह ही प्रदेश की महिला का सशक्तिकरण होगा।
वहीं, उपनेता प्रतिपक्ष ठाकुर हर्षवर्धन चौहान ने सरकार पर महिलाओं के साथ क्रूरता के आरोप लगाए हैं।
उन्होंने महिलाओं से सीमेंट के बोरे उठाने पर हैरानी जताते हुए कहा कि एक तरफ सरकार महिलाओं के उत्थान के बड़े-बड़े दावे कर रही है और कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
वहीं, दूसरी तरफ 50 किलो की सीमेंट की बोरी उठवाकर दौड़ाया जा रहा है. इसके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसमें साफ नजर आ रहा है कि सरकार किस तरह से महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है. और सीमेंट का कट्टे उठाते हुए कई वर्कर गिरते भी नजर आ रहे हैं और अधिकारी हंस रहे है इससे ज्यादा भद्दा मजाक क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती से वंचित करने के लिए उन्हें कठिन टास्क दिए जा रहे हैं.
सरकार भर्ती के लिए दोहरे मापदंड अपना रही है। महिलाओं के लिए इस तरह के जान बूझ इस तरह के टास्क दिए जा रहे हैं जिन्हें पूरा नहीं कर सकती हैं. एक तरफ प्रदेश में सरकारी विभागों में भर्तियां नहीं हो रही हैं।
वहीं, दूसरी तरफ पढ़े लिखे लोग भी मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती देने के लिए पहुंच रहे हैं, ताकि अपना घर चला सकें. उन्होंने कहा कि महिलाओं से सीमेंट के बोरे उठवाना शर्मनाक है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी विभागों में सरकार द्वारा मल्टी टास्क वर्कर भर्ती किए जा रहे हैं।
इसके तहत हर जिले में विभागों द्वारा खासकर महिलाओं को सीमेंट की बोरी उठवाकर दौड़ाया जा रहा है. एक तरफ सरकार कहती है कि महिला पढ़ाओ महिला बचाओ एक तरफ ये उत्पीड़न कर रही है जो कि निंदनीय है ,परन्तु इसका जवाब आने वाले हैं चुनाव में महिलाएं भी और युवा भी इनको करारा जवाब देगी।