Mukesh Ambani news: 19 साल बाद भारत से रुखसत होगी जर्मन कंपनी, मुकेश अंबानी खरीदेंगे कारोबार

देश के दूसरे सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की झोली में एक और कंपनी गिरने वाली है। रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) जर्मन कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी (Metro Cash and Carry) के भारतीय कारोबार को खरीदने के करीब पहुंच गए हैं। जानिए कितने में होगी यह डील और क्या होगा फायदा..

Mukesh Ambani

नई दिल्ली: देश के दूसरे सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की झोली में एक और कंपनी गिरने वाली है। रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) जर्मनी की रिटेल कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी (Metro Cash and Carry) के भारतीय कारोबार को 50 करोड़ यूरो (4,060 करोड़ रुपये) में खरीद सकती है। सूत्रों ने मुताबिक इस डील में कंपनी के 31 होलसेल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर, जमीन और मेट्रो कैश एंड कैरी के मालिकाना हक वाली अन्य संपत्तियां शामिल हैं। रिलायंस रिटेल देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है और इस डील से उसे बी2बी श्रेणी में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
सूत्रों ने बताया कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और मेट्रो के बीच पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही थी और पिछले सप्ताह जर्मनी की कंपनी रिलायंस रिटेल के प्रस्ताव पर राजी हो गई। मेट्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज दोनों ने फिलहाल इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मेट्रो कैश एंड कैरी अभी भारत में मेट्रो होलसेल ब्रांड के तहत 31 स्टोर का संचालन कर रही है। कंपनी ने इस तरह के आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है। मेट्रो एजी ने वर्ष 2003 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया था। लेकिन अब वह भारतीय बाजार से निकलने की तैयारी में है।
कंपनी की वैल्यू
मेट्रो कैश एंड कैरी के मर्चेंट बैंकर JP Morgan और Goldman Sachs ने कंपनी के कारोबार को वैल्यू करीब एक अरब डॉलर आंकी थी। थाईलैंड की सबसे बड़ी कंपनी Charoen Pokphand (CP) ग्रुप ने भी इस खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। लेकिन बाद में वह इससे पीछे हट गई थी। उसके हटने का बाद रिलायंस ही जर्मन कंपनी के भारतीय कारोबार को खरीदने की होड़ में रह गई थी। इस तरह एक और विदेशी कंपनी भारत से रुखसत होने की तैयारी में है। हाल में मलेशिया की कंपनी एयरएशिया ने भारत में अपना कारोबार समेट लिया था।