आईपीएल एक ऐसा मंच है, जिसने कई युवा खिलाड़ियों को न सिर्फ अपनी काबलियत दिखाने के लिए मौक़ा दिया, बल्कि उनके सपने को भी साकार करने में मदद की है जिसमें एक नाम बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का भी शामिल है. मुकेश के पिता टैक्सी चालक थे. आर्थिक तंगी की वजह से मुकेश ने काफी संघर्ष किया. पिता भी अब साथ नहीं रहे. मां भी बीमार है. लेकिन आईपीएल ने मुकेश की किस्मत बदल दी.
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मैच देख रहे थे, तभी सिलेक्ट होने का कॉल आ गया
आईपीएल 2023 मिनी ऑक्शन के दौरान मुकेश भारत-बांग्लादेश के बीच हो रहे टेस्ट मैच को देख रहे थे. अचानक से उनके दोस्त का कॉल आया कि आईपीएल नीलामी में उनका नाम आया है. वो फ़ौरन IPL ऑक्शन देखने लगे. मुकेश को उम्मीद थी कि उन्हें आईपीएल की कोई न कोई फ्रेंचाइजी उनके बेस प्राइस 20 लाख रुपए में खरीद ही लेगी.
IPL में मिले पैसे कराएंगे मां का इलाज
हालांकि जब बिडिंग वार शुरू हुई तो चेन्नई ने मुकेश को खरीदने के लिए बोली लगाई, जिसके बाद दिल्ली कैपिटल्स भी रेस में उतर गई. अंत में CSK पीछे हो गई और दिल्ली ने मुकेश को 5.5 करोड़ रुपए की रकम देकर उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया.
Mukesh Kumar
29 वर्षीय मुकेश ने आईपीएल में सिलेक्ट होने के बाद मीडिया इंटरव्यू के दौरन बताया कि “मैं साधारण बैकग्राउंड से आता हूं. ये पैसे मेरी मां के इलाज के लिय एक बैकअप ऑप्शन रहेंगे. उन्हें लंग इन्फेक्शन है. अभी फ़िलहाल वो ठीक हैं, लेकिन उन्हें कभी भी सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है. तब ये पैसे उनकी इलाज में काम आएंगे.”
वहीं मुकेश दिल्ली टीम का हिस्सा बनने पर काफी खुश हैं. उन्होंने कहा “मैं दिल्ली टीम का हिस्सा हूं और बहुत खुश हूं. दिल्ली के ड्रेसिंग रूप में कई क्वालिटी पेसर्स हैं और मैं इस कैंप को ज्वाइन करने के लिए उत्सुक हूं. जहां मुझे काफी कुछ सीखने को मिलेगा.”