जेल मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि पिछली सरकार ने मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को न सौंपने पर लाखों रुपये खर्च किए। अब आप सरकार के पास बिल आया है।
पंजाब विधानसभा में मंगलवार को बजट पर बहस के दौरान यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को लेकर पंजाब के जेल मंत्री हरजोत बैंस ने बड़ा खुलासा किया। इसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच खूब आरोप प्रत्यारोप लगे। जेल मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ पिछली सरकार ने जाली एफआईआर दर्ज की और उनके खिलाफ चालान तक पेश नहीं किया। मंत्री ने कहा कि ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद था और उसे यूपी पुलिस को न सौंपने के लिए प्रदेश की पिछली सरकार ने 55 लाख रुपये खर्च कर दिए।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्तार अंसारी को यूपी ले जाने के लिए यूपी सरकार ने कई प्रोडक्शन वारंट निकाले लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार ने मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस के हवाले नहीं किया। इसके बाद यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट में जाना पड़ा। इस पर पंजाब सरकार ने मुख्तार अंसारी के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा वकील नियुक्त किया, जिसका अब आप सरकार को 55 लाख रुपये का बिल आया है।
मंत्री ने कहा कि हम पंजाब की जनता का पैसा ऐसे अदा क्यों करें
मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल में 2 साल 3 महीने तक ऐसी बैरक में रखा गया जहां 25 कैदी रह सकते थे। उस बैरक में मुख्तार अंसारी को वीआईपी ट्रीटमेंट दी गई और उनकी पत्नी भी उनके साथ रही। मंत्री ने कहा कि कि उन्होंने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं कि किसके आदश पर सब कुछ हुआ।
बाजवा ने दी सबूत पेश करने की चुनौती
इस पर नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने आपत्ति करते हुए मंत्री से सबूत पेश करने की मांग की। इस दौरान पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा भी अपनी सीट से खड़े हो गए और उन्होंने भी आरोपों को गलत ठहराते हुए सबूत पेश करने की मांग की। इस दौरान सत्ता पक्ष की बैंचों से भी शोरगुल शुरू हो गया। मंत्री हरजोत बैंस अपनी बात पर टिके रहे और उन्होंने कहां कि वह जो कुछ कह रहे हैं बिल्कुल सही है।
आपने अंसारी का मुद्दा छेड़ा, हम लॉरेंस का छेड़ें: बाजवा
मुख्तार अंसारी को लेकर सदन में जब मंत्री हरजोत बैंस पिछली सरकार पर आरोप लगा रहे थे तब नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने कहा- यह बजट पर बहस है और आप दूसरे मुद्दे उठा रहे हैं। अगर आप मुख्तार अंसारी का मुद्दा उठा रहे हैं तो हम लॉरेंस बिश्नोई का मुद्दा उठाएं? उन्होंने कहा कि अगर हम लॉरेंस बिश्नोई को बचाने पर बोले तो आपको मुश्किल हो जाएगी। इसके साथ ही बाजवा ने मंत्री से अंसारी संबंधी लगाए गए आरोपों के सबूत पेश करने की चुनौती भी दी।