ट्राइडेंट होम टेक्सटाइल्स, पेपर और केमिकल्स बनाती है.
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले स्टॉक में ट्राइडेंट का भी नाम शामिल है. ट्राइडेंट ने पिछले बीस सालों में निवेशकों की पूंजी को कई गुना बढ़ा दिया है. 6 जून 2001 को ट्राइडेंट के एक शेयर की कीमत महज पचास पैसे थी जो 5 अप्रैल 2002 को घटकर 35 पैसे पर पहुंच गई थी. लेकिन अभी इस शेयर की कीमत 36 रुपए पर पहुंच गई है. उस समय अगर किसी निवेशक ने इस स्टॉक में एक लाख रुपये लगाए होते तो आज यह बढ़कर करीब 1.04 करोड़ रुपये हो जाते.
आपको बता दें कि ट्राइडेंट के शेयर कल यानी शुक्रवार 14 अक्टूबर को बीएसई पर 36.25 रुपये के भाव पर बंद हुए. शेयर मार्केट में इस कंपनी के शेयरों की कीमत धीरे-धीरे बढ़ी है. इस कंपनी में किसी निवेशक का छोटा सा निवेश भी उसे करोड़पति बना सकता था.
यह रहा रिकॉर्ड हाई
इस साल 18 जनवरी 2022 को ट्राइडेंट के शेयरों की कीमत 70.90 रुपये तक पहुंच गई थी. उस समय अगर किसी निवेशक ने अपना निवेश निकाल लिया होता तो 2002 में लगाए गए उसके एक लाख रुपये की वैल्यू 2.03 करोड़ रुपये होती. इस तरह किसी निवेशक को यह शेयर एक छोटे से निवेश से ही करोड़पति बना देता. जनवरी में रिकॉर्ड हाई तक पहुंचने के बाद वैश्विक परिस्थितियों के कारण ट्राइडेंट का कारोबार प्रभावित हुआ और इसके शेयरों में गिरावट आ गई. अभी यह शेयर 49 फीसदी के भारी डिस्काउंट पर उपलब्ध है.
ट्राइडेंट कंपनी के बारे में
ट्राइडेंट बेडशीट और तौलिया बनाने वाली दिग्गज कंपनी है. यह कंपनी कागज, धागा और केमिकल्स बनाने का काम भी करती है. ट्राइडेंट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक यह 100 करोड़ डॉलर से अधिक की वैश्विक कांग्लोमेरेट है जिसका कारोबार होम टेक्सटाइल्स, पेपर और केमिकल्स का है.
कंपनी की वित्तीय सेहत
बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक ट्राइडेंट के लिए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अच्छी नहीं रही. अप्रैल-जून 2022 तिमाही में इसका नेट प्रॉफिट 173.55 करोड़ रुपये से कम होकर 123.80 करोड़ रुपये पर आ गया. वहीं, इस अवधि में कंपनी का रेवेन्यू भी 1,847.14 करोड़ रुपये से गिरकर 1667.07 करोड़ रुपये रह गया.