जोन-7 के तहत गोवंडी पुलिस ने 70 साल की एक बुजुर्ग महिला को ठगने का मामला दर्ज किया था, जिसके बाद आसिफ की गिरफ्तारी हुई। वह अंबिवली में रहता है। एक अधिकारी ने बताया कि इस गिरोह ने मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे एवं पालघर में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है।
मदद मांगना पड़ा भारी
25 जून को 70 वर्षीय महिला घर जा रही थी। महिला ने पुलिस को बताया कि रास्ता खराब होने के कारण उसे चलने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए उसने आसिफ से मदद मांगी। आसिफ ने महिला से कहा कि वह खराब रास्ते पर चलते समय गिर सकती है, जिससे उसके गहने खराब हो सकते हैं। बातों में आकर महिला ने आसिफ की दी हुई थैली में मोबाइल, आभूषण आदि रख दिए और उसके साथ चलने लगी। कुछ दूर चलकर आसिफ ने महिला को थैली वापस कर दी और वहां से चला गया। महिला ने जब थैली देखी, तो उसमें से सोने के 80 हजार रुपये के गहने गायब थे। महिला की शिकायत पर गोवंडी पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला कर लिया और आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि, इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपी फरार हैं।
सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की
मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय ने बुजुर्गों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिसकर्मियों को दी थी। उन्होंने बुजुर्गों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए गाइडलाइन भी जारी की थी। इसके तहत, जितनी भी पुलिस बीट चौकियां हैं, उसके कार्यक्षेत्र में रहने वाले जितने भी बुजुर्ग हैं, जो अकेले रहते हैं, उनकी लिस्ट बनाकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को दें। सभी बुजुर्गों के घर में एक पुलिस रजिस्टर होना चाहिए। अकेले रहने वाले पुरुष बुजुर्गों से पुरुष पुलिस अधिकारी, जबकि बुजुर्ग महिलाओं से महिला पुलिस अधिकारी सप्ताह में एक बार मिलकर उनका हालचाल लें। यह जानकारी उनके घर में रखे रजिस्टर में दर्ज करें। हालांकि, पांडेय के रिटायर्ड होने के बाद से इस अभियान पर ग्रहण लगता हुआ दिखाई दे रहा है।
बुजुर्गों के लिए सुरक्षा टिप्स
– बुजुर्ग महिलाएं घर से कम से कम अकेली निकलें।
– बहुत जरूरी है, तो किसी रिश्तेदार को साथ लेकर जाएं।
– आभूषण पहनकर तो कतई बाहर न निकलें।
– अपने साथ हर समय मोबाइल रखें, जिसमें पुलिस हेल्पलाइन नंबर सेव हो।
– रिश्तेदारों के नंबर मोबाइल में अवश्य होने चाहिए।
– गंतव्य तक पहुंचने तक घरवालों के संपर्क में लगातार रहें।
– राह चलते अनजान लोगों से दूरी बनाकर चलें।
हेल्पलाइन नंबर की मदद लें
बुजुर्गों की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए मुंबई पुलिस का हेल्पलाइन नंबर 1090 है, जिस पर कॉल कर मदद ले सकते हैं।