मुंबई के फिल्म सिटी में तेंदुए का एक बच्चा मरा पाया गया.
मुंबई. मुंबई के फिल्म सिटी में रविवार सुबह तेंदुए का आठ से नौ महीने का एक बच्चा मरा पाया गया. वन विभाग के अधिकारियों ने अवैध शिकार की आशंका से इनकार किया, क्योंकि पशु का कोई अंग गायब नहीं था. वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बाद में नेक्रोप्सी रिपोर्ट में सामने आया कि सांस लेने में दिक्कत और खून बहने के कारण तेंदुए की मौत हुई थी. अधिकारी ने बताया कि वन विभाग के नियंत्रण कक्ष को सुबह फोन आया कि मुंबई के उपनगर गोरेगांव स्थित फिल्म सिटी में एक नर तेंदुआ मरा पड़ा है. इसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के शव को बरामद कर लिया.
वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पशु के सभी अंग सही सलामत थे. इसलिए अवैध शिकार की कोई आशंका नहीं है. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान घटनास्थल के पास में ही स्थित है. इसमें कई तेंदुएं रहते हैं. रेस्किंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (RAWW) के संस्थापक और राज्य वन विभाग के मानद वन्यजीव वार्डन पवन शर्मा ने कहा कि तेंदुए के शावक के शव को मौत के कारण का पता लगाने के लिए शव परीक्षण के लिए एसजीएनपी भेजा गया था. उन्होंने कहा कि नेक्रोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि मौत का प्राथमिक कारण श्वसन संबंधी जटिलताएं और खून बहने के साथ सिर में चोट है.
वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि जानवर के विसरा नमूने एकत्र किए गए और विश्लेषण के लिए भेजे गए है. वन विभाग इस घटना की विस्तृत जांच कर रहा है. तेंदुए वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित हैं और शीर्ष संरक्षित प्रजातियों में से हैं. शर्मा ने कहा कि मुंबई 45 से अधिक तेंदुओं का घर है और उनमें से कई की पहचान उनके अनोखे रोसेट पैटर्न से की जाती है. वन विभाग, वैज्ञानिकों और स्वयंसेवकों द्वारा कैमरा ट्रैप का उपयोग करके उनकी लगातार निगरानी की जाती है.