जम्मू कश्मीर के दक्षिण में स्थित कुलगाम ज़िले (Kulgam, Jammu Kashmir) के गोपालपुरा क्षेत्र (Gopalpura) में आतंकियों ने रजनी बाला नामक सरकारी स्कूल टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बीते बुधवार को रजनी का अंतिम संस्कार किया गया. ‘रजनी बाला अमर रहे, अमर रहे’ के नारों के साथ रजनी को अंतिम विदाई दी गई.
सुरक्षित क्षेत्र में ट्रांसफ़र की मांग को प्रशासन ने किया था अनसुना
रजनी बाला के पति, राज कुमार ने मंगलवार को प्रशासन पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बार-बार प्रशासन से किसी सुरक्षित स्थान पर ट्रांसफ़र करवाने की मांग की थी. राज कुमार ने चीफ़ एजुकेशन ऑफ़िसर को रजनी की मौत का ज़िम्मेदार बताया. The Indian Express की एक रिपोर्ट के अनुसार, रजनी बाला और राज कुमार का ट्रांसफ़र सोमवार रात को मंज़ूर किया गया. मंगलवार को रजनी बाला का स्कूल में आखिरी दिन था.
रजनी की बेटी ने मां के मृत शरीर को देख कर की दिल चीर देने वाली बात
News18 की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार की सुबह को मां उसके कमरे में नहीं आई, और चेरी की नींद घरवालों के रोने-चिल्लाने से खुली. वो उस कमरे में भागकर गई जहां मां का मृत शरीर रखा गया था. चेरी रोते-रोते मां के मर्जीव शरीर से पूछ रही थी, ‘मम्मी उठो न, मुझे स्कूल जाने के लिए तैयार होने में मदद कर दो.’
चेरी को ये तो समझ नहीं आया कि उसकी मां को आतंकियों ने क्यों मारा लेकिन उसे ये समझ है कि अब मां उसे सुबह नहीं उठाएगी, स्कूल जाने के लिए तैयार नहीं करेगी.
आतंकियों ने एक परिवार को मार डाला
पति राज कुमार ने रजनी की चिता को अग्नि दी लेकिन आंसू न रोक पाए. रजनी सबका ध्यान रखती थी और उसे सभी लोग बेहद चाहते थे. राज कुमार ने बताया, ‘वो एक बहुत अच्छी पत्नी, प्यार देने वाली मां और सबका ध्यान रखने वाली टीचर थी. सभी उसका सम्मान करते थे. जिन बच्चों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं वो उनकी मदद करती थी. पता नहीं आतंकियों ने उसे क्यों मार दिया.’ कुमार ने आंसू पोंछते हुए कहा कि आतंकियों ने एक जान नहीं पूरे एक परिवार की जान ले ली है.
प्रशासन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन
ipiccy-image-2022-06-02t105425077-62984a91f1146रजनी बाला की मृत्यु के बाद घाटी के कई लोगों और स्कूल शिक्षकों ने भाजपा और प्रशासन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने घंटेभर तक सड़क जाम कर दिया. शिक्षकों का आरोप है कि ये अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में सरकार फ़ेल हो गई है. विरोध प्रदर्शनकारी रजनी बाला की अंतिम यात्रा में भी शामिल हुए. लोगों ने कहा कि एससी कोटा के लोग जो जम्मू से हैं उन्हें इंटर डिस्ट्रिक्ट अपॉइंटमेंट के तहत कश्मीर में पोस्टिंग दी गई. प्रदर्शकों ने कहा कि जब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम नहीं होते तब तक वो घाटी में वापस नहीं आएंगे.