शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के पर्यटन स्थल नारकंडा के जंगल में मिले महिला के शव की 21 दिन बाद भी पहचान नहीं हो पाई है. अब महिला की पहचान को लेकर पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिये मदद मांगी है. पुलिस ने महिला से जुड़ी कुछ जानकारियां साझा की हैं और इनके जरिये पहचान करने की अपील की है. बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि महिला गर्भवती थी और 25 से 30 साल के बीच में इसकी उम्र है. पुलिस ने इस संबंध में हत्या का मामला दर्ज किया है.
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, युवती के शरीर पर कई टैटू बना गए हैं. युवती के हाथ पर ‘ए’ लिखा हुआ है. वहीं, कंधे के पीछे पीठ पर बाईं ओर तितली का टैटू गुदा हुआ है. साथ ही दाहिने हाथ पर ‘आई लव मॉम-पॉप और जेड’ लिखा हुआ है. वहीं, छापी के बाई तरफ इंग्लिश में ‘रोशन प्रिंस’ लिखवाया गया है. युवती की हाईट 5 फीट चार इंच है. जब महिला का शव मिला था तो चेहरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था और पहचान नहीं हो पाई थी. अंदेशा है कि युवती को मारने के बाद यहां फेंका गया है. न्यूज18 से बातचीत में डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर कायथ का कहना है कि फिलहाल, शव की पहचान नहीं हो पाई है और मर्डर का यह मामला है. पुलिस जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, 26 मई का यह मामला है. 26 मई को सुबह करीब 9:40 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि नारकंडा के बरूबाग और कैंची मोड़ के साथ लगते जंगल में एक शव पड़ा हुआ है. पुलिस ने मौके पर देखा कि एक महिला की लाश एनएच-05 से करीब 40 मीटर नीचे जंगल पड़ी है. शव का चेहरा और गर्दन आंशिक रूप से क्षत-विक्षत था. एसएफएसएल की टीम ने भी मौके का मुआयना किया. जांच के बाद मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कुमारसैन भेजा, जहां से कुमारसैन के मेडिकल ऑफिसर ने शव को फॉरेंसिक जांच के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया था.
27 मई को शव का पोस्टमार्टम हुआ
27 मई को मृतक महिला का फोरेंसिक विशेषज्ञ द्वारा आईजीएमसी शिमला में पोस्टमार्टम किया गया. मृतक अज्ञात महिला के शव को पोस्टमार्टम के बाद शिनाख्त के लिए आईजीएमसी शिमला की मॉर्चरी में रखवाया गया है. आईजीएमसी शिमला में मृतक महिला का पोस्टपोर्टम हुआ था, जिसमें महिला के प्रेग्नेंट होने और मौत का कारण दम घुटना पाया गया है. ऐसे में अंदेशा है कि महिला को मारकर वहां फेंका ग.या था