यमन स्थित शाखा ने ‘अनैतिक लोगों, समलैंगिकों, भ्रष्टाचारियों और नास्तिकों को अरब प्रायद्वीप में बुलाने’ के लिए कतर की आलोचना की है। ‘अरब प्रायद्वीप में अल-कायदा’ ने कहा कि इस टूर्नामेंट ने ‘मुस्लिम देशों के कब्जे और उनके उत्पीड़न’ से ध्यान हटाने का काम किया है। संगठन ने कहा, ‘हम अपने मुस्लिम भाइयों को इस आयोजन में शामिल न होने की चेतावनी देते हैं।’ एसआईटीई इंटेलीजेंस ग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार ये बयान टूर्नामेंट की शुरुआत से एक दिन पहले जारी किए गए हैं।
स्टेडियम के भीतर बैन कर दी बियर
मुस्लिम देश में फीफा का आयोजन पहले ही विवादों में है। तमाम प्रतिबंधों और कड़े कानूनों के बीच फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत 20 नवंबर को हुई। कतर में शराब का सेवन वैध है, लेकिन फीफा में स्टेडियम के भीतर बियर को बैन कर दिया गया है। कतर के अपने वादे से पीछे हटने की वजह से बियर कंपनी बडवाइजर को बड़ा झटका लगा है। उसके पास अब हजारों कैन हैं जिन्हें अब वह वर्ल्ड कप में नहीं बेच सकती। लेकिन कंपनी ने स्टॉक क्लियर करने के लिए जीतने वाली टीम को बियर देने का ऐलान किया है।
महिला-पुरुषों के लिए ड्रेस कोड लागू
इससे पहले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाले विदेशियों से कतर के रूढ़िवादी नियमों का पालन करने की अपील की गई थी। महिलाओं से ऐसे कपड़े पहनने के लिए कहा गया है जिसमें उनके शरीर का प्रदर्शन न हो। वहीं पुरुषों को टी-शर्ट न उतारने और ‘आपत्तिजनक’ स्लोगन वाली टी-शर्ट न पहनने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं, नियमों को तोड़ने पर विजिटर्स को जेल जाने की भी चेतावनी दी गई है।