‘मेरे बेटे को ब्लैकमेल किया जा रहा है’ फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने वाले शंकर मिश्रा के पिता ने लगाए आरोप

Flight Urine case: मुंबई के रहने वाले शंकर मिश्रा इन दिनों चर्चा में हैं। 26 नवंबर को न्यू यॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में उन्होंने एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब की। यह घटना हाल ही में तब सामने आई, जब महिला ने जिम्मेदारों को शिकायती पत्र लिखा।

मुंबई: एयर इंडिया की फ्लाइट के पेशाबकांड ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। महिला का पेशाब करने वाला आरोपी शंकर मिश्रा फरार है। उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की कई टीमें महाराष्ट्र में छापेमारी कर रही हैं। इसी बीच शंकर मिश्रा के पिता श्माम मिश्रा मीडिया के सामने आए हैं। उन्होंने अपने बेटे का बचाव किया है और कहा है कि उनके बेटे को ब्लैकमेल किया जा रहा है। श्याम मिश्रा ने दावा किया कि उनके बेटे के खिलाफ मामला झूठा और बेबुनियाद है।

श्याम मिश्रा ने कहा, ‘महिला ने भुगतान की मांग की थी, उसे भुगतान कर दिया गया। अचानक पता नहीं आगे क्या हुआ जो उसने इस तरह की शिकायत की। उसने और कुछ मांग की होगी जो शायद पूरी नहीं हुई, जिससे वह परेशान हो गई। शायद वह ब्लैकमेलिंग कर रही है। जरूर कुछ तो होगा।’ उन्होंने कहा कि उनका बेटा फ्लाइट में सोया था और उसके उठने के बाद एयरलाइन स्टाफ ने उससे पूछताछ की।

’35 घंटे से नहीं सोया था बेटा’

बचाव में उतरे पिता ने आगे कहा, ‘मेरा बेटा 30-35 घंटे तक सोया नहीं था। रात के खाने के बाद, उसने चालक दल से मिला थोड़ा ड्रिंक किया होगा और फिर सो गया। मेरी समझ से, उसके उठने के बाद एयरलाइन कर्मचारियों ने उससे पूछताछ की थी लेकिन वह खुद समझ नहीं पा रहा था कि क्या हो रहा है।’ उन्होंने दावा किया कि उनका बेटा ऐसा अपराध नहीं कर सकता था। बोले- ‘वह (पीड़िता) एक 72 वर्षीय महिला है, वह उसकी मां की तरह है। मेरा बेटा 34 साल का है। कैसे हो सकता है कि वह ऐसा करे। वह शादीशुदा है और उसकी एक 18 साल की बेटी भी है।’

अपने बेटे के ठिकाने के बारे में पूछे जाने पर श्याम मिश्रा ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम उससे बात करने की भी कोशिश कर रहे हैं। मुझे नहीं पता वह कहां हैं… मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि तथ्यों को बताया जाए, जो पेश किया जा रहा है वह सच्चाई से बहुत दूर है।’

वकील बोलीं, सोची समझी चाल

वहीं आरोपी के वकील ईशानी शर्मा ने कहा, ‘शिकायत एक दुर्भावनापूर्ण सोची-समझी चाल है। आरोपी और महिला के बीच हुए वॉट्सऐप मैसेज को देखें तो साफ पता चलता है कि आरोपी ने कपड़े-बैग साफ करवाए गए। शर्मा ने कहा कि पीड़िता ने पैसे वापस कर दिए। उसने मुआवजा स्वीकार किया और किसी भी संदेश में मुझे इसकी आवश्यकता नहीं है या यह नहीं चाहिए जैसे शब्दों का उपयोग नहीं किया। उन्होंने पैसे वापस कर दिए और कहा, ‘ऐसा नहीं हुआ है और हमसे कोई संपर्क न रखें’।

‘कोई गवाह नहीं’

ईशानी ने कहा कि मामले में कई पेंच हैं। यह शिकायत वाली बात बाद में सोची गई थी। कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। कोई भी यह कहने के लिए बाहर नहीं आया कि उन्होंने घटना को होते देखा है। यह कैसे संभव है? विमान में दो लोगों के अलावा और भी लोग थे। बहुत सारी कमियां हैं। एयर इंडिया ने बुधवार को शंकर मिश्रा पर 30 दिन की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया था। दिल्ली पुलिस ने घटना पर प्राथमिकी दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने उसका पता लगाने के लिए टीमों का गठन किया है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भी घटना की जांच कर रही है। एयर इंडिया ने इस बात की जांच के लिए एक आंतरिक पैनल का गठन किया कि क्या महिला को संकट में डालने वाली स्थिति को दूर करने में चालक दल की ओर से चूक हुई थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी एयर इंडिया की फ्लाइट में हुई घटना का संज्ञान लिया। एयरलाइन ने कहा कि उसने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है जिससे एक यात्री को काफी परेशानी हुई।