नाहन, 22 अक्तूबर : समय की मांग के मुताबिक ‘रिंकू जैन’ पलक झपकते ही कारोबार बदलने में माहिर हो गया है। दीवाली के मौके पर रिंकू ने कलयुग में सतयुग का अहसास करवाने का दावा किया है।
दरअसल, वो इस बार अपनी दुकान पर एक ऐसे दीए लेकर आया है, जो पानी डालते ही जगमगा उठते हैं। इसमें तेल या घी की आवश्यकता नहीं होती है। आपको बता दें कि हिन्दुओं के हरेक फेस्टिवल पर रिंकू अपने कारोबार में बदलाव कर लेता है।
इस बार दुर्गा अष्टमी के दौरान भी रिंकू द्वारा उपलब्ध करवाए गए प्रोडक्टस ने खासा धमाल मचाया था। वैसे तो रिंकू कान्हा का परम भक्त है, लेकिन धीरे-धीरे हर फेस्टिवल पर देश के अलग-अलग हिस्सों से खास तरह के प्रोडक्टस लाने में एक्सपर्ट हो गया है।
चूंकि सर्दियां भी आ गई हैं, लिहाजा वो ठाकुर जी को कैसे भूल सकता था। इसी के चलते रिंकू जैन ने कान्हा जी के सर्दियों में इस्तेमाल होने वाले वस्त्रों का संग्रह भी पेश कर दिया है। इसमें मफलर, ऊनी वस्त्र, पोंचू, इत्यादि के अलावा पेंट-शर्ट व बिछौने इत्यादि शामिल हैं।
दीपावली के मौके पर रिंकू ने वृंदावन में तैयार करवाई गई हैंड मेड लड़ियों को भी पेश किया है। रिंकू का कहना है कि एक खास तरह की धूप है, जिसका धुआं झरने का रूप ले लेता है।
मझले कारोबारी रिंकू ने जीवन के कई उतार-चढ़ाव देखें हैं। कोविड के दौरान सब्जियां बेचने तक की नौबत आ गई थी। रिंकू ने कहा कि ऑनलाइन के जमाने में सर्वाइवल की चुनौती पैदा हो गई है। यदि लीक से हटकर कुछ नहीं किया गया तो भूखे रहने तक की नौबत आ सकती है। इसी बात ने उन्हें ग्राहकों तक कुछ खास पहुंचाने की प्रेरणा दी।
रिंकू ने कहा कि बेशक ही ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग करते होंगे, लेकिन वो अपनी गुणवत्ता व दामों की गारंटी देते हैं।