परवाणू: अध्यापकों से वंचित है दत्यार स्कूल, स्कूल में बच्चों को बैठने की उचित व्यवस्था भी नहीं

परवाणू

परवाणू में वर्ष 1958 अट्ठावन में निर्मित राजकीय प्राथमिक पाठशाला दतियार आज भी अध्यापकों से वंचित है इस पाठशाला में 67 सड़सठ विद्यार्थी नर्सरी और प्री नर्सरी में 14 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं परंतु इन को पढ़ाने के लिए मात्र दो ही अध्यापिका यहां पर कार्यरत है हालांकि प्री नर्सरी के लिए यहां परमाणु के एसएमसी फाउंडेशन की तरफ से एक अध्यापक उपलब्ध कराया गया है परंतु 1 से लेकर 5 तक की कक्षा के लिए केवल दो ही अध्यापिका यहां पर उपलब्ध है जिसके कारण सुचारू रूप से शिक्षा नहीं दी जा पा रही है इस पाठशाला के भवन में केवल तीन ही कमरे है और ऊपरी मंज़िल में मात्र एक हॉल और एक कमरा है जहां मिडिल स्कूल के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है क्यूंकि अभी मिडिल स्कूल बिल्डिंग अभी तैयार नहीं हुई है। इसके चलते विद्यार्थियों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है

स्कूल की एस टी सरोज बाला ने बताया कि एसएमसी के द्वारा उन्होंने अपनी समस्याओं से अवगत कराया है व सरकार से पत्राचार किया गया है उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही सरकार उनकी इस समस्या का हल निकालेगी।