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नालागढ़ ट्रक यूनियन ने औद्योगिक संगठनों पर माहौल बिगाड़ने का लगाया आरोप

औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में ट्रक ऑपरेटर यूनियन द्वारा माल भाड़े में छूट को वापस लेने के बाद उठे विवादों के बीच उद्योग संघों के बाद यूनियन ने भी जवाबी हमला बोल दिया है एशिया की सबसे बड़ी ट्रक ऑपरेटर यूनियन में शुमार नालागढ़ ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने बीबीएन के औद्योगिक संगठनों पर माल भाड़े में छूट वापस के मामले पर भ्रम फैलाने और माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है |

यूनियन ने कहा कि बीबीएन उद्योग संघ के साथ वर्ष 2019 में शर्तों के साथ भाड़े में छूट की सहमति बनी थी लेकिन उद्योग संघ के सदस्यों ने शर्त पूरी नहीं की जबकि यूनियन द्वारा कई बार उन्हें इस बारे चिट्ठी के माध्यम से  अवगत कराया गया है  ट्रक यूनियन के अध्यक्ष विद्यारत्न ने  प्रेस वार्ता  में कहा कि बीबीएनआई सहित अन्य उद्योग संघ द्वारा जो आरोप ट्रक यूनियन पर लगाए गए हैं|

वह निराधार है उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में ट्रक यूनियन ने माल भाड़े में छूट कुछ शर्तों के साथ लागू की थी और बकायदा बीबीएनआईए की इन शर्तो पर सहमति दी थी इन शर्तों में कहा गया था कि इंडस्ट्री अपना डायरेक्ट लोड बढ़ाएगी इसके अलावा किराए की अदायगी पहुंच जमा होने के साथ दिन में सुनिश्चित करने जिन उद्योगों में अपने खुद के ट्रक डाले हैं उन्हें अपने माल का 70 फ़ीसदी निष्पादन यूनियन के द्वारा करने की शर्त पर छूट दी गई थी यूनियन के प्रधान विद्यालय महासचिव जगदीश चंद्र  उपप्रधान भाग सिंह चौधरी वह अन्य ने कहां की उन्होंने तो सहमति के बाद छूट को लागू तो कर दिया लेकिन यह एक तरफा ही रहा बीबीएनआइए को उनकी शर्तें  बार-बार याद करवाई लेकिन उद्योग संघ का रवैया दुलमुल रहा वही उद्योगपतियों का सरकार पर उंगली उठाना भी सरासर गलत है यूनियन ने कहा कि यूनियन द्वारा जो भाड़ा 1982 में सरकार की मध्यस्था से तय किए गए थे आज भी वही रेट चल रहे हैं उनमें कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है विद्यारतन ने कहा कि उद्योगपति द्वारा सरकार पर भी उंगली उठाई गई जो कि सरासर गलत है उन्होंने कड़े तेवर मैं कहा कि औद्योगिक संगठनों व उद्यमियों की गलतफहमी है कि सरकार उनके इशारे पर चलती है वही ट्रक यूनियन के सदस्यों ने कहा कि ट्रक ऑपरेटर यूनियन को मुट्ठी भर लोगों की संस्था कहने पर यूनियन  ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि यूनियन से 10 हजार ट्रक मालिकों और 50 हजार लोगों का घर चलता है उस पर ऐसी टिप्पणी अस्वीकार्य है यूनियन ने कहा कि हम किसी तरह का टकराव नहीं चाहते लेकिन यूनियन को कमजोर भी ना समझें.