Nancy Pelosi Asia Visit : चीन के विदेश मंत्रालय की धमकी ऐसे समय पर आई है जब सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि पेलोसी ने प्रधानमंत्री ली हसिइन लूंग से मुलाकात की है।
चीन के विदेश मंत्रालय की धमकी ऐसे समय पर आई है जब सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि पेलोसी ने प्रधानमंत्री ली हसिइन लूंग से मुलाकात की है। पेलोसी का मलेशिया, जापान और साउथ कोरिया जाने का कार्यक्रम है। कुछ खबरों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह ताइवान भी जा सकती हैं, जिसकी संभावना ने ही चीन को आग बबूला कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन अमेरिका को फिर से चेतावनी देना चाहता है कि अगर पेलोसी ताइवान गईं तो ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) खाली नहीं बैठेगी।’
‘एक-चीन सिद्धांत का पालन करे अमेरिका’
झाओ ने कहा, ‘चीन निश्चित रूप से अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ और मजबूत जवाबी कदम उठाएगा। अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत और तीन यूएस-सिनो विज्ञप्तियों, ‘ताइवान स्वतंत्रता’ का समर्थन नहीं करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के वादे, का पालन करना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी सरकार में तीसरी नंबर की अधिकारी’ के रूप में पेलोसी की ताइवान की यात्रा ‘गंभीर राजनीतिक प्रभाव का कारण बनेगी।’
पीएलए को पूरे हुए 95 साल
प्रवक्ता झाओ ने कहा, ‘एक-चीन सिद्धांत ताइवान जल क्षेत्र में शांति और स्थिरता का प्रमुख कारण है। अमेरिका ताइवान मुद्दे पर एक-चीन नीति का लगातार उल्लंघन कर रहा है और गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहा है।’ ताइवान तनाव के बीच सोमवार को पीएलए ने अपनी 95वीं वर्षगांठ मनाई और हाइपरसोनिक मिसाइल, असॉल्ट शिप, एरियल टैंकर और विशालकाय विध्वंसक जैसे शस्त्रागार में शामिल नए हथियारों के बारे में घोषणाएं की।
अमेरिकी सेना पेलोसी के लिए बना रही बफर जोन
दूसरी ओर जापानी अखबार निक्कई ने दावा किया है कि अमेरिकी सेना नैंसी पेलोसी के विमान के लिए एक बफर जोन बना रही है। अमेरिकी नौसेना अपने महाविनाशक एयरक्राफ्ट कैरियर और विशाल प्लेन को ताइवान की सीमा के पास तैनात कर रही है। नैंसी पेलोसी की यात्रा की अभी अमेरिका की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहीं ताइवान की मीडिया ने दावा किया है कि नैंसी पेलोसी मंगलवार की शाम को राजधानी ताइपे पहुंच सकती हैं।